जब भी साउथ इंडियन ब्रेकफास्ट्स की बात आती है तो क्रिस्पी डोसे का जिक्र न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता. नॉर्मल डोसा खाने में जितना मजेदार होता है उतना ही स्वादिष्ट और क्रिस्पी रवा डोसा भी होता है. सूजी (रवा), चावल का आटा और हल्के मसालों से बनने वाले रवा डोसा पतला, क्रिस्पी और बेहद स्वादिष्ट होता है. रवा डोसा की सबसे खास बात इसका जालीदार टेक्श्चर होता है, जो हर बाइट में इसका स्वाद और ज्यादा क्रंची बना देता है. इसमें डलने वाले जीरे और प्याज की खुशबू इसे और भी ज्यादा बेमिसाल बना देती है.
लाख कोशिश करने के बाद भी घर पर बने रवा डोसा में बाजार जैसा परफेक्ट क्रिस्पी टेक्श्चर नहीं आ पाता है. कई बार डोसा सॉफ्ट रह जाता है या तवे पर चिपकने लगता है. इसे सही तरह से बनाने के लिए बैटर से लेकर पकाने तक कुछ आसान टिप्स का ध्यान रखना जरूरी है. आज हम आपको वही टिप्स बताने वाले हैं, जो आपके रवा डोसे को हर बार एकदम क्रिस्पी और स्वादिष्ट बनाएंगे.
रवा डोसा बनाने के लिए क्या-क्या चाहिए?
आटा: सूजी (रवा), चावल का आटा और चाहें तो थोड़ा मैदा या बेसन भी डाल सकते हैं.
लिक्विड: पेस्ट को लिक्विड बनाने के लिए पानी लें. चाहें तो पानी में थोड़ा दूध या दही मिलाकर भी बैटर बना सकते हैं.
मसाले और हरी चीजे: जीरा, बारीक कटी हरी मिर्च, प्याज, करी पत्ता और हरा धनिया. ये सभी स्वाद और खुशबू बढ़ाते हैं.
क्रिस्पीनेस के लिए: चाहें तो थोड़ा चावल का आटा और एक चुटकी बेकिंग सोडा डाल सकते हैं.
तेल या घी: डोसा सेंकने और तवे को ग्रीस करने के लिए.
डोसा बनाने के परफेक्ट टिप्स:
1. घोल की सही गाढ़ापन(बैटर कंसिस्टेंसी)
रवा डोसे का बैटर हमेशा पतला होना चाहिए. ये नॉर्मल डोसे के घोल से ज्यादा पतला होता है. सूजी, चावल का आटा और बाकी सूखी चीजें लेकर लगभग 2 से 2½ गुना पानी डालें. इसे अच्छे से मिलाएं, ताकि बैटर हल्के सूप जैसा लगे. ध्यान रखें, बहुत ज्यादा पानी न डालें, नहीं तो स्वाद हल्का हो जाएगा और डोसा जल्दी जल सकता है.
2. घोल को थोड़ी देर रख दें (रेस्टिग टाइम)
तैयार किए गए बैटर को 15–30 मिनट के लिए ढककर रख दें. इससे सूजी फूल जाएगी, मसालों का स्वाद अच्छे से मिल जाएगा और बैटर में छोटे-छोटे बुलबुले बनेंगे, जो डोसे को हल्का और कुरकुरा बनाएंगे. अगर चावल का आटा डाला है तो वो भी अच्छी तरह भीग जाएगा और उसका खुरदुरापन कम होगा.
3. तवा अच्छे से गरम करें
डोसा डालने से पहले तवा मीडियम से तेज आंच पर अच्छी तरह गरम होना चाहिए. अगर आंच धीमी होगी तो डोसा गीला रहेगा और बहुत तेज होगी तो बीच का हिस्सा जल सकता है. चेक करने के लिए तवे पर कुछ बूंद पानी की छिड़कें. अगर वो तुरंत चटक कर सूख जाएं, तो डोसे का तवा तैयार है.
4. तवे पर हल्का तेल लगाएं
अगर आप चाहते हैं कि डोसा ना चिपके तो इसके लिए नॉन-स्टिक तवा या अच्छे से सीजन किया हुआ लोहे का तवा लें. हर बार डोसा डालने से पहले तवे पर थोड़ा सा तेल लगाएं. चाहें तो डोसा पकते समय किनारों पर हल्का तेल डाल सकते हैं, इससे डोसा और क्रिस्पी बनेगा.
5. घोल को फैलाना नहीं है
रवा डोसा को नॉर्मल डोसे की तरह करछी से फैलाने की जरूरत नहीं होती है. करछी को थोड़ी ऊंचाई से पकड़कर घोल को गोल-गोल घुमाते हुए तवे पर डालें. बाहर के किनारे से डालना शुरू करें और फिर बीच में डालें. इससे डोसा अपने आप जाल जैसा सुंदर पैटर्न बना लेगा.
6. गोल्डन और क्रिस्पी होने तक डोसा सेंके
डोसा डालने के बाद उसे बिल्कुल भी हिलाना नहीं है. उसे तब तक पकने दें जब तक किनारे ऊपर उठने न लगें और नीचे का हिस्सा सुनहरा न हो जाए. किनारों पर थोड़ा तेल या घी डालें ताकि डोसा आसानी से निकल जाए और क्रिस्पी बने. आम तौर पर इसे सिर्फ एक तरफ से ही पकाते हैं. अगर लगे कि कहीं बैटर कच्चा रह गया है, तो हल्के हाथ से पलट सकते हैं.
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