शादी के सपने देखते हुए कई पुरुषों ने अपने जीवन की नई शुरुआत करने की तैयारी की थी, लेकिन उन्हें यह अंदाजा भी नहीं था कि उनकी खुशियों की पहली रात ही उनके लिए दुःस्वप्न बन जाएगी. अलीगढ़ में ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें लुटेरी दुल्हनों के गैंग ने कई लोगों को जल्दबाजी वाली शादी में फंसाकर लाखों रुपये और कीमती गहने समेटे और फरार हो गईं.
एजेंसी के अनुसार, घटना का पर्दाफाश तब हुआ, जब कुछ पीड़ित पुरुषों ने स्थानीय प्रतिनिधियों और पूर्व महापौर शकुंतला भारती से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि उन्हें एक ऐसा आकर्षक प्रपोजल मिला, जिसमें सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए खूबसूरत दुल्हनों की बात कही गई. न सिर्फ यह कि दुल्हनें आकर्षक थीं, बल्कि शादी के लिए पैसों की भी मांग की गई. बात पक्की हुई तो शादी की रस्में जल्दबाजी में हुईं. कभी मंदिर में, कभी घर पर या छोटे हॉल में शादी सम्पन्न की गई.
पूर्व महापौर भारती के अनुसार, अधिकांश पीड़ित ग्रामीण क्षेत्रों से थे. इनका सपना था कि वे अपने जीवन की नई शुरुआत करें. लेकिन उनकी खुशियों की रात ही सबसे बड़ा धोखा बन गई. दुल्हनें, जिनमें अधिकतर बिहार और उत्तर प्रदेश की थीं, आधी रात या सुबह होते ही घर छोड़कर भाग गईं. अपने साथ कैश और गहने भी ले गईं.
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प्रवीण नाम का युवक गंगाधाम कॉलोनी में रहता है. उनके साथ हुई यह घटना करवा चौथ की रात को सामने आई. प्रवीण की शादी शोभा से हुई थी, जो बिहार के रोहतास की रहने वाली थी. शादी की रस्में घर पर हुईं. शादी की व्यवस्था में मुकेश गुप्ता, उनकी पत्नी और उनके सहयोगी सचिन शामिल थे. प्रवीण का कहना है कि इस पूरे आयोजन के लिए उससे 1.20 लाख रुपये लिए गए.
शादी के बाद दुल्हन घर पहुंची, लेकिन जैसे ही सुबह हुई, प्रवीण और उनके परिवार की कहानी पलट गई. परिवार होश में आया, तो पता चला कि दुल्हन सभी कीमती सामान और पैसे लेकर भाग गई. घर पर मोबाइल छोड़ गई, उस पर कई अज्ञात नंबरों से कॉल्स आ रहे थे, जो उसी गैंग से जुड़े थे. इस घटना में उसके पास से 4.01 लाख रुपये कैश और सोने के गहने चले गए.
अन्य पीड़ितों ने भी अपनी आपबीती सुनाई. अधिकांश ने बताया कि उन्हें शादी का लालच देकर फंसाया गया. कई मामलों में तो पीड़ितों ने ऑनलाइन भुगतान के जरिए लगभग 60,000 रुपये एडवांस भेजे थे.
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अलीगढ़ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पूर्व महापौर भारती ने कहा कि कई पीड़ित पुलिस के पास जाने में हिचकिचा रहे हैं, इसलिए उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे इस रैकेट का संज्ञान लें. पीड़ितों की आपबीती हैरान कर देने वाली है. अब पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस रैकेट की जांच में जुटा है.
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