यूपी के बागपत में एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला, जहां निरपुड़ा गांव में रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने सामूहिक जश्न मनाया. भ्रष्टाचार के खिलाफ हुई इस कार्रवाई की सराहना करते हुए, शिकायतकर्ता और गांव वालों ने मिलकर 500 लोगों के लिए दावत भोज का आयोजन किया. ग्रामीणों ने इस कार्रवाई के लिए सरकार की तारीफ की.
दरअसल, बीते दिन बागपत जिले के निरपुड़ा गांव की गलियों में चाय, पकौड़े, चटनी और खीर की खुशबू फैली हुई थी- वजह कोई त्योहार या शादी ब्याह की दावत की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की दावत थी. निरपुड़ा के ग्रामीणों ने इस अनोखे जश्न में 500 से ज्यादा लोगों को बुलाया और ‘ईमानदारी’ का न्यौता दिया बताया.
ग्रामीणों के मुताबिक, जिस रिटायर्ड इंस्पेक्टर परमवीर राणा पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज हुआ है, वो इसी गांव के रहने वाले हैं. शिकायत भी गांव के ही एक शख्स ने की थी और खास बात ये कि उसने अपना नाम छुपाने के बजाय खुलेआम सामने आकर कहा, “हाँ, शिकायत मैंने की है… ताकि भ्रष्टाचारियों को सबक मिले.”
ग्रामीण बताते है कि ऐसा तब हुआ जब अखबार में एक विज्ञापन में योगी-मोदी की फोटो लगी थी और लिखा था अगर कोई भ्रष्टाचार की शिकायत करेगा तो उसका नाम गुप्त रखा जाएगा. फिर ये जिम्मा ले लिया गांव के राममेहर नाम के बुजुर्ग ने. यही वजह है कि दावत में स्टॉल पर सीएम योगी की इस कार्रवाई के इश्तिहार भी लगाए गए.
हालांकि, इस पूरे मामले को अब गांव की सियासत से भी जोड़कर देखा जा रहा है. चर्चा है कि आरोपी पक्ष पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी में था, और इसी वजह से दावत को कुछ लोग गांव की राजनीतिक बता रहे हैं. इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची और तनाव की आशंका देखते हुए भोज का सारा सामान जब्त कर लिया. फिलहाल, रिटायर्ड इंस्पेक्टर परमवीर राणा के खिलाफ आयकर विभाग की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है, जबकि विस्तृत जांच अभी जारी है.
मामले में निश्चय राणा (आयोजक) ने कहा कि गांव के एक शख्स ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की थी. जिसके बाद उन पर मुकदमा दर्ज किया गया. भ्रष्टाचार पर एक्शन की खुशी में गांव में दावत का इंतजाम किया गया है.
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