मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक थाना प्रभारी द्वारा किसानों को धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसने प्रशासनिक महकमें में हलचल मचा दी है. यह घटना शनिवार रात थाना माता बसैया के बाहर की बताई जा रही है, जहां हाईवे निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी था.
मौके पर मौजूद किसानों के अनुसार, सर्वे टीम जब खेतों में काम कर रही थी तो कुछ किसानों ने मुआवजे को लेकर विरोध जताया. विरोध के बाद पुलिस ने एक किसान को थाने ले जाकर हिरासत में लिया था. उस परिजनों और समर्थकों के थाने पहुंचने पर थाना प्रभारी अरुण कुशवाहा वीडियो में दिखाई देते हैं और कहते सुनाई देते हैं कि अगर किसी ने पुलिस से बदतमीजी की तो यहां से नीले पीले होकर जाओगे. इस धमकी भरे अंदाज का वीडियो किसी ग्रामीण ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो तेजी से वायरल हो गया.
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वीडियो वायरल होते ही स्थानीय स्तर पर आलोचना शुरू हो गई, लेकिन जिले की पुलिस व प्रशासनिक वरिष्ठ अधिकारी मौन हैं. जब मुरैना के एसपी समीर सौरभ से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा. कलेक्टर लोकेश कुमार का कहना है कि उन्हें अभी तक इस वीडियो की जानकारी नहीं मिली है. वे मामले की जांच कर आवश्यक कदम उठाएंगे और एसपी से चर्चा करेंगे.
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कांग्रेस नेता राम चित्र गुर्जर ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को किसानों को धमकाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने प्रशासन से तत्काल सफाई और शिकायतकर्ता किसानों के साथ संवाद की अपील की तथा कहा कि पार्टी जिले से लेकर राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक किसानों के साथ खड़ी रहेगी.
वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने भी वीडियो शेयर कर मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और जो भी अधिकारी सुनवाई के बजाय धमकाते पाए जाएं, उसके खिलाफ कार्रवाई हो. किसानों तथा पुलिस के बीच तनातनी और अधिग्रहण संबंधित असहमति के बीच यह मामला संवेदनशील बन गया है और आगे क्या कार्रवाई होती है, यह देखना बाकी है.
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