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Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurt: करवा चौथ पर आज इतने बजे दिखेगा चांद, जानें शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त – Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurt moon rise time in india puja Vidhi kitne baje niklega chand tvisu


Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurt: आज देशभर में सुहागनों ने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है. इस दिन व्रत-उपासना से पति की आयु लंबी होती है और दांपत्य जीवन में सुख-संपन्नता बनी रहती है. यह व्रत निर्जला रखा जाता है और रात को चांद देखने के बाद ही सुहागनें पति के हाथ से जल ग्रहण कर उपवास खोलती हैं. इस साल करवा चौथ पर सुहागनों को चांद ने बहुत इंतजार करवाया है. हालांकि अब दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई बड़े शहरों में चंद्रमा ने दर्शन दे दिए हैं. अब चांद देखकर महिलाएं  व्रत खोल सकती हैं.

करवा चौथ पर कितने बजे दिखेगा चांद? (Karwa Chauth 2025 Moonrise Time City wise)

देश की राजधानी दिल्ली सहित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, मेरठ, गुरुग्राम, अमेठी, लखनऊ और चंडीगढ़ में भी चांद दिखाई दे गया है. इसके अलावा, मुंबई, नागपुर, शिमला, जयपुर, इंदौर, भोपाल में भी चांद दिख चुका है. करवा चौथ के दिन सुहागनें छन्नी में दीपक रखकर चंद्र दर्शन और पति का चेहरा देखती हैं. कहते हैं कि इससे पति को दीर्घायु का वरदान मिलता है और दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है.

दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिखा करवा चौथ का चांद
शहर चंद्रोदय का समय
दिल्ली रात 8 बजकर 13 मिनट
गुरुग्राम रात 8 बजकर 13 मिनट
गाजियाबाद रात 8 बजकर 13 मिनट
नोएडा रात 8 बजकर 13 मिनट
मुंबई रात 8 बजकर 55 मिनट
कोलकाता शाम 7 बजकर 45 मिनट
चेन्नई शाम 7 बजकर 30 मिनट
चंडीगढ़  रात 8 बजकर 8 मिनट
लुधियाना रात 8 बजकर 11 मिनट
देहरादून रात 8 बजकर 4 मिनट
शिमला शाम 7 बजकर 48 मिनट
पटना शाम 7 बजकर 48 मिनट
लखनऊ रात 8 बजकर 42 मिनट
इंदौर रात 8 बजकर 33 मिनट
भोपाल रात 8 बजकर 26 मिनट
अहमदाबाद रात 8 बजकर 47 मिनट
जयपुर रात 8 बजकर 22 मिनट
रायपुर शाम 7 बजकर 43 मिनट
अमेठी में भी चांद नजर आ गया है

करवा चौथ पर शाम की पूजा का मुहूर्त (Karwa Chauth 2025 Shubh Muhurt)
करवा चौथ पर शाम को प्रदोष काल में पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इस अबूझ घड़ी में भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश और चौथ माता की पूजा होती है. इस बार संध्याकाल में चौथ माता की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 56 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 10 मिनट तक था. हालांकि जो लोग किसी कारणवश पूजा नहीं कर पाए. वो अब विधिवत पूजा-अर्चना कर सकते हैं.

करवा चौथ पर क्यों छन्नी से देखते हैं पति का चेहरा?

करवा चौथ पर चंद्रोदय के समय छन्नी से पति का चेहरा देखने की परंपरा है. छन्नी में जितने छेद होते हैं, उसके उतने ही प्रतिबंब बनते हैं. मान्यताएं हैं कि जब करवा चौथ पर छलनी से पति का चेहरा देखा जाता है तो पति की आयु भी कई गुना बढ़ जाती है. यही कारण है कि करवा चौथ की रात चंद्र दर्शन के बाद महिलाएं छलनी से पति का चेहरा जरूर देखती हैं.

करवा चौथ पर कैसे करें पूजा? (Karwa Chauth 2025 Puja Vidhi)
शाम के समय लाल रंग के वस्त्र धारण कर पूजा-पाठ करना उत्तम होता है. करवा चौथ की शाम भगवान शिव, माता पार्वती और चौथ माता की विधिवत पूजा की जाती है. चौकी के बगल में मिट्टी का एक करवा पानी से भरकर रखें. भगवान को दीप, धूप, फल, फल, मिठाई, कुमकुम, चावल, दूर्वा, कर्पूर आदि अर्पित करें. चौथ माता को हलवा-पूरी का भोग अर्पित करें. दीपक जलाकर उनकी की आरती उतारें. इसके बाद अपने पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की कामना करें.

करवा चौथ पर चांद देखने की परंपरा (Karwa Chauth 2025 Signficance)
करवा चौथ के व्रत में छन्नी से चंद्र दर्शन और पति का चेहरा देखने की परंपरा है. इस दिन चंद्र दर्शन के समय पहले चंद्रमा को प्रणाम करें और व्रत के सफल और फलदायी होने की कामना करें. इसके बाद एक लोटे में जल लेकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. फिर दीये को छन्नी में रखकर पहले चंद्रमा को देखें और फिर पति का चेहरा देखें. इसके बाद पति के हाथ से जल ग्रहण करके उपवास खोल लें.

करवा माता की आरती (Karwa Chauth 2025 Aarti)
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया.. ओम जय करवा मैया।

सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी.. ओम जय करवा मैया।

कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती.. ओम जय करवा मैया।

होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे.. ओम जय करवा मैया।

करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे.. ओम जय करवा मैया।

चांद को देखते हुए पंचदेवों के मंत्रों का जाप करें (Karwa Chauth 2025 Mantras)
पार्वती जी: ’ॐ शिवायै नमः′
शिव जी: ’ॐ नमः शिवाय′
स्वामी कार्तिकेय: ’ॐ षण्मुखाय नमः′
श्री गणेश: ’ॐ गणेशाय नमः′
चंद्रमा: ’ॐ सोमाय नमः′

करवा चौथ की कथा (Karwa Chauth 2025 Vrat Katha)

पौराणिक कथा के अनुसार, एक नगर में एक साहूकार रहता था, जिसके सात पुत्र और एक पुत्री थी. पुत्री का नाम करवा बताया जाता है. सभी भाइयों को अपनी इकलौती बहन से बहुत स्नेह था. जब करवा की शादी हुई तो उसने अपने पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा.  करवा ने यह व्रत अपने मायके में भाभियों के साथ मिलकर रखा था. लेकिन चांद निर्जला व्रत के कारण करवा की तबियत बिगड़ने लगी और चांद भी काफी देर तक नहीं निकला. करवा की ऐसी हालत देख भाइयों से रहा नहीं गया. तभी उन्होंने मिलकर एक योजना बनाई.

सबसे छोटे भाई ने पास में ही एक पेड़ पर दीपक जलाया और उसे एक कपड़े से उसे ढक दिया. दूर से देखने पर वो बिल्कुल चंद्रमा की तरह ही प्रतीत हो रहा था. तब एक भाई ने अपनी बहन करवा से कहा कि देखो चांद निकल गया है. अब तुम व्रत खोलकर पानी पी सकती हो. करवा अपने भाइयों के झूठ को सच समझ बैठती है और उस दीपक को चांद समझकर अर्घ्य देकर व्रत खोल लेती है.

कहते हैं कि जैसे ही करवा ने अपना व्रत खोला, उसके पति की मृत्यु का समाचार आ गया. पति की मृत्यु की खबर सुनकर करवा बुरी तरह टूट गई. जब उसे पता चला कि यह सब उसके भाइयों के झूठ की वजह से हुआ है, तो उसने निश्चय किया कि जब तक अपने पति को जीवित नहीं कर लेती, तब तक अन्न का एक दाना भी ग्रहण नहीं करेगी और न ही पति का अंतिम सस्कार करेगी.

करवा पूरे एक साल पति के शव के पास मौजूद सुई जैसी घासों को चुगती है और एक जगह इकट्ठा करती है. अगले वर्ष जब करवा चौथ आता है तो उसकी भाभियां करवा से आशीर्वाद लेने आती हैं. तब करवा उनसे कहती है, ‘यम की सुई ले लो, पिये की सुई दे दो. मुझे भी अपनी तरह सुहागन बना दो.’ लेकिन कोई भी भाभी उसकी बातों पर ध्यान नहीं देती है. उसकी भाभियां कहती हैं कि यह सब तुम्हारे छोटे भाई की वजह से हुआ है, तुम उसकी पत्नी को ही ये सब जाकर कहो.

करवा ऐसा ही करती है. वो छोटे भाई की पत्नी के पास जाकर अपनी बात दोहराती है. लेकिन छोटी भाभी उसकी कोई बात नहीं मानती. तब करवा उसे अपने सुहाग की सलामती के लिए ऐसा करने पर मजबूर कर देती है. अंतत: छोटी भाभी अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली काटकर उसका अमृत करवा के मृत पति के मुख में डाल देती है, जिसके प्रभाव से वो पुन: जीवित हो जाता है. उसका पति जीवित होते ही भगवान गणेश के मंत्र का जाप करता है.

—- समाप्त —-