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ब्लू जोन के बारे में जानते हैं? जहां के लोग सबसे ज्यादा जीते हैं… क्या ये भारत में भी है? – Scientists find new possible blue zone in finland tedu


आपने अक्सर सुना होगा कि कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां के लोग औसतन ज्यादा उम्र जी जाते हैं. इन्हें ब्लू जोन कहा जाता है. इस लिस्ट में जापान सबसे जाना पहचाना नाम है. हालांकि शोधकर्ताओं को एक और क्षेत्र मिला है जिसे ब्लू जोन की श्रेणी में रखा जा सकता है.

क्या होता है ब्लू जोन?

ब्लू जोन एक ऐसे भौगोलिक क्षेत्र को कहते हैं, जहां बड़ी संख्या में लोगों की औसत आयु दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले ज्यादा होती है. यहां कईं लोग सौ साल तक भी जीवित रह सकते हैं. ये शब्द डैन ब्यूटनर ने बीस साल पहले इस्तेमाल किया था.

फिलहाल विश्व में 5 ब्लू जोन्स हैं- ओकिनावा (जापान), इकारिया (यूनान), ओग्लियास्त्रा (सार्डिनिया), निकोया (कोस्टा रीका) और लोमा लिंडा (कैलिफोर्निया).

हालांकि अब इस लिस्ट में फिनलैंड के शहर ओस्ट्रोबोथनिया का नाम भी जुड़ सकता है. शोधकर्ताओं का मानना है कि यहां के लोगों की लाइफ ऐक्सपेक्टेंसी असाधारण है. लेकिन इसके लिए अभी और रीसर्च की आवश्यक्ता है.

कैसे हुई पहचान?

जर्नल ऑफ एजिंग रिसर्च में प्रकाशित हुए एक शोध के मुताबिक शोधकर्ताओं ने फिनलैंड के तीन प्रांतों- ओस्ट्रोबोथनिया, दक्षिणी ओस्ट्रोबोथनिया और आलैंड द्वीप को स्टडी किया. उन्होंने पाया कि ओस्ट्रोबोथनिया का तटीय हिस्सा निवासियों की ज्यादा लाइफ एक्सपेक्टेंसी और बेहतर स्वास्थ्य के कारण संभावित ब्लू जोन हो सकता है. वहां के लोगों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी देश के औसत 81.6 साल के मुकाबले 83.1 साल है, जबकि विश्व में ये औसतन 73.1 साल है. 

वहां व्यसक भी सामाजिक गतिविधियों में सक्रीय हैं, जिससे वे तनाव और अकेलेपन से बचे हुए है. शोधक्ताओं के अनुसार सामाजिक सक्रीयता और वॉलंटियरिंग के कारण लाइफस्टाइल अच्छा होता है, जिससे आपकी उम्र भी बढ़ जाती है.

हालांकि आलैंड़ अच्छी लाइफ एक्सपेक्टेंसी और स्वास्थ्य सुविधाओं के बावजूद एक सुखद वातावरण देने में विफल रहा, इसलिए उसे ब्लू जोन नही माना जा सकता.

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