बॉलीवुड के दबंग सलमान खान 59 साल की उम्र में भी काम को लेकर सुपर एक्टिव हैं. उम्र की इस दहलीज पर खड़े सलमान कई बीमारियों से भी जूझ रहे हैं. ट्विंकल खन्ना और काजोल के शो ‘टू मच’ में एक्टर ने ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया (trigeminal neuralgia) के भयंकर दर्द के बारे में खुलकर बात की. दबंग खान ने बताया फिल्म पार्टनर के सेट पर पहली बार उन्होंने ये दर्द झेला था.
सलमान का छलका दर्द
सलमान का कहना है ये दर्द इतना खतरनाक है कि उसे वो अपने सबसे बड़े दुश्मन को भी होने की कामना नहीं करेंगे. सलमान बोले- आपको इसके साथ जीना पड़ता है. कई सारे लोग हैं जो बायपास सर्जरी, हार्ट कंडीशन और भी कई बीमारियों के साथ जीते हैं. जब मुझे ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नाम की बीमारी के बारे में पता चला, इसका दर्द ऐसा था जो आप अपने दुश्मन को भी नहीं देना चाहेंगे. मुझे ये दर्द साढ़े 7 साल तक रहा था. हर 4-5 मिनट के बाद ये दर्द उठता था.
”ये अचानक से होता था, जैसे कि किसी से बात करते हुए. इसकी वजह से मुझे नाश्ता करने में डेढ़ घंटा लग जाता था. एक ऑमलेट खाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती थी. क्योंकि मैं उसे चबा नहीं सकता था, मुझे खुद को फोर्स करना पड़ता था, खुद को हर्ट करना पड़ता था, बहुत ज्यादा दर्द झेलना पड़ता था, ताकि मैं खाना खत्म कर सकूं.”
सलमान ने कैसे पाया दर्द से छुटकारा?
सलमान ने कहा- 2007 में जब मैं फिल्म पार्टनर कर रहा था. लारा दत्ता वहां पर थीं. उसने मेरे चेहरे का एक बाल तोड़ा और मैंने दर्द महसूस किया. मैंने मजाक में कहा- वाह लारा, तुम शानदार हो. तबसे ये सब शुरू हुआ था. लोगों को शुरूआत में लगा था कि मैं डेंटल प्रॉब्लम झेल रहा हूं. मैं 750 mg के पेनकिलर लेता था. लेकिन तब भी दर्द से छुटकारा नहीं मिलता था. सलमान खान ने बताया कि इस दर्द से छुटकारा तभी मिलता था जब वो ड्रिंक करते थे. सलमान की 2011 में ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया की सर्जरी हुई थी.
जून में एक्टर ने ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शर्मा शो’ में भी अपनी बीमारी का खुलासा किया था. उन्होंने कहा था वो एक नहीं बल्कि 3 न्यूरोलॉजिकल कंडीशन- ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया, ब्रेन एन्यूरिज्म और आर्टीरियोवेनस मालफॉर्मेशन से लड़ रहे हैं. दबंग खान ने कहा था कि इतनी सारी दिक्कतों के बावजूद वो काम कर रहे हैं.
क्या है सलमान की हुईं ये बीमारियां
-ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया- चेहरे की नसों से संबंधित बीमारी, जिसमें चेहरे पर तेज और असहनीय दर्द उठता है.
-ब्रेन एन्यूरिज्म- दिमाग की खून की नस में गुब्बारे के शेप का उभार होना.
-आर्टीरियोवेनस मालफॉर्मेशन- दिमाग में आर्टरीज और नसें आपस में उलझ जाती हैं. इसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन असामान्य होता है. इसमें ब्रेन हैमरेज होने का खतरा बढ़ता है.
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