Morena 282 Gun licences suspended: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बुधवार को पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने एक बड़ा कदम उठाया है. जिले के अफसरों ने आपराधिक मामलों का सामना कर रहे 282 लोगों के हथियार लाइसेंस निलंबित कर दिए और उन्हें अपने हथियार पुलिस को सौंपने का आदेश दिया गया है.
मुरैना के जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हथियार लाइसेंस निलंबित किए गए हैं. ये सभी वो लोग हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं या अदालतों में सुनवाई चल रही है.
जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने पीटीआई को बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ने 411 लाइसेंसी हथियार धारकों की सूची तैयार की है. पुलिस अधीक्षक की सिफारिश पर जिला मजिस्ट्रेट की अदालत ने जिले के इन लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
डीएम अंकित अस्थाना ने आगे बताया कि इनमें से केवल 129 लोगों ने ही अपने खिलाफ दर्ज अपराधों के लिए बरी होने के आदेश प्रस्तुत किए है. उन्होंने कहा, ‘इसलिए, शेष 282 लोगों के हथियार लाइसेंस उनके दस्तावेज जमा न करने के कारण निलंबित कर दिए गए हैं.’
मुरैना जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) समीर सौरभ ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने पिछले 16 सालों के रिकॉर्ड की जांच करके 411 लाइसेंस धारकों की सूची तैयार की है. उन्होंने कहा, ‘अब जिनके लाइसेंस निलंबित किए गए हैं, उन्हें जल्द ही अपने हथियार जमा कराने होंगे. ऐसा न करने पर उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.’
राज्य के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए बंदूक रखना गर्व और प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है. वहां से विवादों और झड़पों के दौरान लाइसेंसी बंदूकों के इस्तेमाल की शिकायतें अक्सर मिलती रही हैं. अधिकारियों के अनुसार, अकेले मुरैना जिले में ही हथियारों के लाइसेंस धारकों की संख्या 25,000 से ज़्यादा है.
—- समाप्त —-