मध्य प्रदेश के इंदौर में लापरवाही की कीमत एक पुलिसकर्मी की जान से चुकानी पड़ी. सांप पकड़ने का वर्षों का अनुभव रखने वाले पुलिसकर्मी के लिए यह काम अनुभव से ज्यादा सुरक्षा की जिम्मेदारी था. अनुभव और जानकारी के बावजूद, बिना दस्ताने पहने सांप पकड़ना फर्स्ट बटालियन के आरक्षक संतोष के लिए जानलेवा साबित हुआ. कोबरा के काटने से उनकी मौत हो गई.
दरअसल, शनिवार रात 9 बजे पुलिस विभाग के अस्तबल में सांप होने की सूचना पर संतोष वहां पहुंचे थे. सांप पकड़ते समय कोबरा ने उनके हाथ पर डंस लिया. इसके बाद साथी अधिकारी स्वामी प्रसाद साहू उन्हें तुरंत एमवाय अस्पताल ले गए, लेकिन रात में ही उनकी मृत्यु हो गई.
17 साल से फर्स्ट बटालियन में आरक्षक के रूप में कार्यरत संतोष को सांप पकड़ने का अनुभव था. अफसरों के निर्देश पर वह अक्सर ऐसे कार्यों के लिए चुने जाते थे. इस बार, सांप के काटने से वह घबरा गए और उनकी हालत बिगड़ गई. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
संतोष के परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं और वे इंदौर के निवासी थे. घटना की सूचना मिलते ही कई अधिकारी अस्पताल पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी.
संतोष की मौत से फर्स्ट बटालियन में शोक की लहर है और उनके साथियों ने इसे अत्यंत दुखद बताया. पुलिस ने कहा कि संतोष के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.
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