ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईज़ इनासियो लूला डी सिल्वा ने कहा कि वे भारत के साथ राजनीतिक, आर्थिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक गठबंधन बनाने की योजना बना रहे हैं. ये घोषणा उन्होंने उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन की भारत यात्रा के तुरंत बाद की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो मैसेज में ये बात कही.
लूला ने अपने संदेश में भारत की क्षमताओं की तारीफ की और इसे ब्राज़ील के भविष्य के विकास के लिए एक असाधारण साझेदार बताया. उन्होंने कहा कि अगले साल की शुरुआत में मेरी यात्रा की तैयारी के लिए उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन की भारत यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत का एक असाधारण बाज़ार है. हम भारत के साथ एक शानदार गठबंधन बना सकते हैं. जो कि राजनीतिक, अंतरिक्ष, उद्यमशीलता और आर्थिक क्षेत्रों में होगा.
वैश्विक व्यापार में बढ़ते तनाव के बीच भारत और ब्राज़ील के संबंध मजबूत हो रहे हैं. दरअसल, अगस्त में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कई ब्राज़ीलियाई सामानों पर 50% टैक्स लगाने का फैसला किया था, जिन पर पहले से ही 26.4% टैक्स था. इसी तरह भारतीय सामानों पर भी 50 फीसदी टैरिफ लगाया गया.
ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला ने कहा कि भारत और ब्राज़ील एक-दूसरे का सम्मान और दोस्ताना रिश्ता रखते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय ब्राज़ील को पसंद करते हैं और ब्राज़ील के लोग भारतीयों को. इसलिए हम भारत के साथ एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी बनाएंगे और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ाएंगे.
बता दें कि जुलाई में पीएम मोदी की शिखर सम्मेलन के दौरान लूला के साथ मुलाकात हुई थी, इस दौरान व्यापार, रक्षा और तकनीकी क्षेत्र में मजबूत सहयोग का रोडमैप तय किया गया था, लूला 2026 की शुरुआत में भारत का दौरा करेंगे.
ब्राज़ील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो एल्कमिन की भारत यात्रा का मकसद व्यापारिक संबंधों को मज़बूत करना और भारतीय बाजार में काम करने की इच्छुक ब्राज़ीलियाई कंपनियों के लिए नए अवसर तलाशना है. राष्ट्रपति लूला ने कहा कि एल्कमिन मुझे हमेशा अच्छी खबरें लाकर देते हैं, उन्होंने भारत से कई नई जानकारियां लाकर दी हैं, जैसे एम्ब्रेयर कंपनी भारत में नया ऑफिस खोल रही है, व्यापार को आसान बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा और नई साझेदारियां बन रही हैं.
भारत में अपनी बैठकों के दौरान एल्कमिन ने कहा कि भारत और ब्राज़ील के आर्थिक संबंध प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि एक-दूसरे की मदद करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हम दो लोकतांत्रिक देशों की बात कर रहे हैं जो बहुपक्षवाद की रक्षा करते हैं. दोनों देशों के पास व्यापार और निवेश बढ़ाने की बहुत संभावनाएं हैं. एल्कमिन ने बताया कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जिसकी वार्षिक वृद्धि लगभग 7 प्रतिशत है. वहीं, ब्राज़ील का कृषि उत्पादन इस साल 16 प्रतिशत बढ़ा है. इससे प्रौद्योगिकी, उद्योग, खनन और कृषि क्षेत्रों में सहयोग के अच्छे मौके बने हैं.
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