अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ड्रग ले जाने वाली शिप पर अमेरिकी हमले में बचे दो नार्कोटेररिस्ट को इक्वाडोर और कोलंबिया वापस भेजा जा रहा है. ट्रंप ने ड्रग शिप को तबाह करना बड़े सम्मान की बात करार दिया. साथ ही कहा कि ये ड्रग एक जाने-माने नशा तस्करी मार्ग से अमेरिका की ओर भेजा जा रहा था.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने पुष्टि की है कि ड्रग शिप में फेंटेनाइल और अन्य अवैध नशीले पदार्थ थे.
वहीं, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि हमले में बचे हुए 2 लोगों को उनके देश वापस भेजने का मतलब है कि अमेरिकी सेना को मादक पदार्थ तस्करों को सैन्य हिरासत में रखने से जुड़ी जटिल कानूनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि उनके कथित अपराध युद्ध कानूनों के अंतर्गत नहीं आते.
ट्रम्प प्रशासन ने बताया कि पिछले हमलों में 27 लोग मारे गए थे. इससे कुछ कानूनी विशेषज्ञ और डेमोक्रेटिक सांसद चिंतित हैं और सवाल कर रहे हैं कि क्या ये हमले युद्ध के नियमों के अनुसार थे.
ये हमले उस समय हो रहे हैं जब अमेरिका कैरिबियाई क्षेत्र में अपने सैन्य बल को बढ़ा रहा है, जिसमें गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर, F-35 फाइटर जेट, एक न्यूक्लियर पनडुब्बी और लगभग 6,500 सैनिक शामिल हैं. ट्रंप ने वेनेजुएला सरकार के साथ गतिरोध बढ़ा दिया है.
बुधवार (15 अक्टूबर) को ट्रंप ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) को वेनेज़ुएला में एक गुप्त अभियान चलाने की अनुमति दी है. इससे ये अटकलें बढ़ गई हैं कि अमेरिका वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है.
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