नेपाल की राजनीति में अब नई पीढ़ी के युवाओं की एंट्री होने जा रही है। शनिवार को नेपाल के जेन जी समूह ने एलान किया कि वह जल्द ही एक राजनीतिक पार्टी का गठन करेगा। हालांकि, समूह ने यह स्पष्ट किया है कि अगले साल मार्च में होने वाले आम चुनाव में उनकी भागीदारी कुछ प्रमुख शर्तों के पूरे होने पर ही निर्भर करेगी।
यह वही जेन जी समूह है जिसने हाल ही में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंधों के खिलाफ देशभर में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए थे। इन प्रदर्शनों के चलते केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सरकार को पद छोड़ना पड़ा था। आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक मीराज धुंगाना ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी गठन की घोषणा की और कहा कि यह कदम युवाओं को एकजुट करने के लिए जरूरी है।
मुख्य एजेंडा और शर्तें
धुंगाना ने कहा कि समूह दो प्रमुख मांगों पर केंद्रित है। पहली, प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित कार्यकारी प्रणाली और दूसरी, विदेश में रह रहे नेपाली नागरिकों को मतदान का अधिकार देना। उन्होंने साफ कहा कि जब तक ये ‘बॉटम लाइन कंडीशन’ पूरी नहीं होतीं, तब तक समूह चुनाव नहीं लड़ेगा। धुंगाना ने कहा कि पार्टी गठन के साथ ही भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए नागरिक-नेतृत्व वाली जांच समिति और आर्थिक परिवर्तन की स्पष्ट नीति अपनाने की दिशा में काम होगा।
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आर्थिक सुधार और रोजगार पर जोर
मीराज धुंगाना ने कहा कि नेपाल की अर्थव्यवस्था ठहराव की स्थिति में है और युवाओं का लगातार विदेश पलायन इस संकट को और बढ़ा रहा है। उन्होंने अंतरिम सरकार से बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को फिर से शुरू करने और रोजगार सृजन पर तत्काल काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि नेपाल दो बड़ी जनसंख्या वाले देशों भारत और चीन के बीच स्थित है, इसलिए उसे अपने उत्पादन और व्यापार को इन पड़ोसी बाजारों के अनुरूप बढ़ाना चाहिए।
युवाओं की राजनीतिक एकजुटता का संदेश
धुंगाना ने कहा कि पार्टी का गठन देश के युवाओं को एक साझा मंच पर लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने भ्रष्टाचार पर अंकुश, सुशासन और पारदर्शिता को अपने आंदोलन का केंद्र बताया। आगे उन्होंने ये भी कहा कि हम जेन जी युवाओं के संघर्ष को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। समूह फिलहाल पार्टी के लिए उपयुक्त नाम पर सुझाव भी जुटा रहा है।
नेपाल में प्रतिनिधि सभा के लिए आम चुनाव पांच मार्च 2026 को होंगे। यह तारीख राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने अंतरिम सरकार गठित होने के बाद घोषित की थी। अंतरिम सरकार की बागडोर पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की के हाथों में है। अब जेन जी समूह का राजनीतिक मैदान में उतरना नेपाल की पारंपरिक राजनीति के लिए एक नया मोड़ साबित हो सकता है।
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नेपाल राष्ट्रपति ने चुनावों की निष्पक्षता के लिए दिए निर्देश
नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने शनिवार को सरकार और सुरक्षा अधिकारियों को आगामी चुनावों के सफल और निष्पक्ष संचालन के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। राष्ट्रपति ने देशवासियों का भरोसा बढ़ाने के लिए कहा कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में होंगे।
नवीन चुनाव पांच मार्च 2026 को होने हैं। राष्ट्रपति ने शीतल निवास में आयोजित कार्यक्रम में अंतरिम प्रधानमंत्री सुषिला कार्की और मंत्रिपरिषद के सदस्यों से कहा कि उन्हें निर्णायक और प्रभावी ढंग से कार्य करना होगा। उन्होंने सभी चार सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों से चुनाव में पूर्ण तत्परता और जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी करने का निर्देश दिया है।