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Bihar Assembly Elections: Satta Ka Sangram Orgnized In Patna On Saturday Highlighting Who Won Where In 2020 – Amar Ujala Hindi News Live


कल 18 अक्तूबर 2025 दिन शनिवार की सुबह आठ बजे ‘चाय पर चर्चा’ आपके शहर पटना में होगी। अमर उजाला पर कार्यक्रम लाइव टेलीकास्ट होंगे। उसके बाद दोपहर 12 बजे युवाओं से चर्चा की जाएगी। फिर शाम 4 बजे से कार्यक्रम में सभी पार्टी के नेता/प्रत्याशियों, उनके प्रतिनिधि/समर्थकों और आम लोगों से सवाल-जवाब किए जाएंगे। ऐसे में आइये जानते हैं पटना का इतिहास।

कैसा है पटना का इतिहास?


बिहार की राजधानी पटना का ऐतिहासिक नाम पाटलिपुत्र था। यह नगर मौर्य गुप्त, नंद और शुंग वंशों की राजधानी रहा है। गंगा नदी के किनारे बसा पटना 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में अस्तित्व में आया। मौर्य सम्राट अशोक ने यहीं से शासन किया था। मध्यकाल में इसका नाम अजीमाबाद पड़ा, लेकिन बाद में पटना नाम प्रचलित हुआ। माना जाता है कि पटना नाम या तो पाटन देवी मंदिर से जुड़ा है या फिर पाटलिग्राम से निकला है। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक पटना सांस्कृतिक, राजनीतिक और शैक्षणिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।


वर्तमान में पटना जिले में कुल 14 विधानसभा क्षेत्र हैं। जिसमें मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हार, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, मनेर, फुलवारी शरीफ, मसौढ़ी, पालीगंज और विक्रम शामिल है। मतदाता सूची के अनुसार, पटना में कुल 48,15,294 मतदाता दर्ज हैं। इनमें से 25,955 मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।

कौन कहां से लड़ेगा?


मोकामा विधानसभा क्षेत्र से इस बार जदयू ने अनंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला राजद की वीणा देवी से होगा, जो पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने सियाराम सिंह को टिकट दिया है। उनका मुकाबला राजद नेता करणवीर सिंह उर्फ लल्लू मुखिया से होगा। बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा विधायक और राजद प्रत्याशी अनिरुद्ध प्रसाद दोबारा मैदान में हैं। उनका मुकाबला लोजपा के अरुण शाह से होगा।

पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने इस बार नंदकिशोर कुशवाहा का टिकट काटकर रत्नेश्वर कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने यहां से शशांक शेखर को उतारा है। वहीं, पटना की मेयर सीता साहू के पुत्र शिशिर कुमार ने भाजपा के विरोध में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। दानापुर विधानसभा क्षेत्र इस बार सबसे हॉट सीट के रूप में उभर रहा है। यहां भाजपा ने पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना के सांसद रहे रामकृपाल यादव को मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला राजद के मौजूदा विधायक रितलाल यादव से होगा, जिन्हें पार्टी ने दोबारा प्रत्याशी बनाया है।

2020 में कौन-कहां से जीता?

















































































विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी का नाम पार्टी
मोकामा अनंत कुमार सिंह राजद
बाढ़ झानेंद्र कुमार सिंह बीजेपी
बख्तियारपुर युसुफ सलाउद्दीन राजद
दीघा संजीव चौरसिया भाजपा
बांकीपुर नीतिन नवीन भाजपा
कुम्हरार अरुण कुमार सिन्हा भाजपा
पटना साहिब नंद किशोर यादव भाजपा
फतुहा रमानंद यादव राजद
दानापुर रीतलाल राय राजद
मनेर भाई वीरेंद्र राजद
फुलवारी शरीफ गोपाल रविदास सीपीआई-एमएल (एल)
मसौढ़ी रेखा देवी राजद
पालीगंज संदीप सौरभ सीपीआई-एमएल (एल)
विक्रम सिद्धार्थ सौरभ कांग्रेस

क्या हैं यहां के मूल मुद्दे?


पटना में सबसे बड़ा मुद्दा जाम का है। इसके साथ ही यहां सरकारी स्कूल में पढ़ाई के स्तर को लेकर भी परेशानी है। पटना में अपराध चरम पर है। स्थानीय लोगों में इसको लेकर चिंता है। यहां बरसात में नाले जाम हो जाते है, जिससे सड़कों पर पानी भर जाता है। राजीव नगर आवास बोर्ड का मुद्दा भी है। 



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‘सत्ता का संग्राम’ कार्यक्रम प्रस्तावित


सुबह 8 बजे: शिवाजी पार्क के पास चाय दुकान, कंकड़बाग, पटना


दोपहर 12 बजे: हिमगिरी चौराहा, आनंदपुरी, बोरिंग केनाल रोड, पटना


शाम 3 बजे: ऊर्जा पार्क गेट के सामने, राजवंशी नगर, पटना



विशेष कवरेज को आप यहां देख सकेंगे


amarujala.com, अमर उजाला के यूट्यूब चैनल और फेसबुक चैनल पर आप ‘सत्ता का संग्राम’ से जुड़े कार्यक्रम लाइव देख सकेंगे। ‘सता का संग्राम’ से जुड़ा व्यापक जमीनी कवरेज आप अमर उजाला अखबार में भी पढ़ सकेंगे।



इनपुट: कृष्ण बल्लभ नारायण: 7294949400