पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने एक बार फिर हर्षित राणा को लेकर अपनी स्थिति दोहराई है. अश्विन का ये बयान ऐसे समय में आया है जब कोच गौतम गंभीर ने हर्षित राणा को लेकर ट्रोल्स को लताड़ा था. अश्विन ने कहा कि जो लोग इस युवा तेज़ गेंदबाज़ का मज़ाक उड़ाते हैं उन्हें ये सोचना चाहिए कि अगर हर्षित या उसके माता-पिता उसकी ट्रोलिंग वाले वीडियो देखें तो उनकी मानसिकता पर क्या असर पड़ेगा.
दरअसल, हर्षित राणा को वरिष्ठ राष्ट्रीय टीम में चयन को लेकर लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, जबकि उन्होंने अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निरंतर प्रदर्शन नहीं किया है. अश्विन ने खुद पिछले सप्ताह कहा था कि हर्षित का चयन सवालों के घेरे में है, जब उन्हें 19 अक्टूबर से शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20I दोनों सीरीज़ के लिए चुना गया था.
क्या बोले रविचंद्रन अश्विन
अपने यूट्यूब शो पर बोलते हुए अश्विन ने कहा कि आलोचना तब तक स्वीकार्य है जब तक विशेषज्ञ, पूर्व क्रिकेटर और प्रशंसक खेल के बारे में बात करते हैं और व्यक्तिगत हमले या अपमानजनक लहजे का इस्तेमाल नहीं करते. अश्विन ने अपने करियर का उदाहरण देते हुए कहा कि संजय मांजरेकर उनके सबसे बड़े आलोचकों में से एक रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी सीमा नहीं लांघी और हमेशा प्रदर्शन पर केंद्रित होकर बात की.
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संजय मांजरेकर को घेरा
अश्विन ने कहा, ‘मैं बार-बार दोहराता हूं कि किसी भी क्रिकेटर के बारे में अपमानजनक तरीके से बात नहीं करनी चाहिए. जब हमला व्यक्तिगत हो जाता है, तो वह एक अलग श्रेणी में चला जाता है. मैं संजय मांजरेकर के बारे में बात करना चाहूंगा. उन्होंने मेरे करियर में कई बार मेरी आलोचना की है, लेकिन मैंने कभी उनके प्रति कोई नाराज़गी नहीं रखी. वे जो कहते हैं वह सही या गलत हो सकता है, लेकिन जब तक आलोचना व्यक्तिगत नहीं होती, मुझे कोई आपत्ति नहीं है.’
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गंभीर ने ट्रोल्स को जमकर लताड़ा था
गंभीर ने पहले ही ट्रोल्स के खिलाफ सख्त बयान दिया था. गंभीर ने कहा, ‘देखिए, यह थोड़ा शर्मनाक है और मैं ईमानदारी से कहूंगा. अगर आप 23 साल के खिलाड़ी की आलोचना सिर्फ अपना यूट्यूब चैनल चलाने के लिए कर रहे हैं, तो यह गलत है. उसका पिता कोई पूर्व चेयरमैन, पूर्व क्रिकेटर नहीं है. उसने अपनी मेहनत पर क्रिकेट खेला है और आगे भी खेलेगा. व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाना ठीक नहीं है.’
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