डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने जहां भारत को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें रूसी तेल की खरीदारी रोकने के लिए आश्वस्त किया है. इसके साथ ही उन्होंने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ये भी कहा कि अब हमें चीन को भी यही करने के लिए कहना होगा. Russian Oil पर ट्रंप के साथ ही उनके मंत्री भी बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि उन्होंने रूस से तेल खरीद रोकने के लिए जापानी प्रधानमंत्री से बात की है.
अमेरिकी वित्त मंत्री ने कही बड़ी बात
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका रूसी तेल पर चौतरफा प्रतिबंध चाहता है और अब वो जापान से उम्मीद कर रहा है कि वो Russian Oil-Gas की खरीद रोकेगा. अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने बुधवार को इससे जुड़ा बड़ा दावा किया. बेसेन्ट ने एक्स प्लेटफॉर्म (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा है कि, ‘जापान के वित्त मंत्री कात्सुनोबु काटो के साथ चर्चा की और उम्मीद है कि जापान भी रूसी ऊर्जा आयात बंद कर दे.’
जापान जमकर खरीद रहा रूसी ऊर्जा
बता दें कि जापान भी विदेशों से तेल और गैस के आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है. ताजा सीमा शुल्क आंकड़ों पर गौर करें, तो साल 2023 में जापान ने रूसी लिक्विफाइड नेचुरल गैस (Russian LNG) के आयात पर 582 अरब येन या 3.9 अरब डॉलर (करीब 24,240 करोड़ रुपये से ज्यादा) खर्च किए. ये आंकड़ा जापान के कुल एलएनजी आयात का 8.9 फीसदी था. हालांकि, वाशिंगटन में जापानी मीडिया ने काटो के हवाले से बेसेन्ट की टिप्पणियों पर विस्तार से बात करने से फिलहाल इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि स्कॉट बेसेन्ट और जापानी वित्त मंत्री काटो की दो बार मुलाकात IMF की सालाना बैठक और वाशिंगटन में आयोजित G-7 और G-20 वित्त नेताओं की बैठक के दौरान हुई. काटो ने इस बीच कहा था कि यूक्रेन में निष्पक्ष तरीके से शांति स्थापित करने के लिए जापान जी-7 देशों के साथ समन्वय के सिद्धांत पर साथ है और वह सब करेगा जो वह कर सकता है.
भारत-चीन पर क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत को लेकर बड़ा दावा बुधवार को किया गया था. इस कुछ घंटों बाद ही वित्त मंत्री की ओर से ये बात शेयर की गई. उन्होंने कहा कि PM Narendra Modi के सामने रूसी तेल के भारतीय आयात पर चिंता जाहिर की और उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेंगे. इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अब हमें चीन को भी यही कदम उठाने के लिए कहना होगा.
हालांकि, ट्रंप के दावे के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से इसे लेकर तस्वीर साफ की जा चुकी है. प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत का रुख स्पष्ट है. इसमें भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी पहली प्राथमिकता रही है.
—- समाप्त —-