जापान में एक शख्स ने फूड डिलीवरी ऐप से 2 साल में 1000 बार मुफ्त में खाना खाया. उसने ऐसा जुगाड़ लगाया कि ऑर्डर करने के बाद उसके पैसे भी वापस हो जाते थे. इस तरह वह दो साल तक फ्री में ऑनलाइन खाना मंगवाता रहा.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में एक शख्स ने फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म की रिफंड पॉलिसी का फायदा उठाकर 2 साल में 1,000 बार मुफ्त खाना खाया. एक बेरोजगार व्यक्ति डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर 124 अकाउंट्स चलाता था. पहचान से बचने के लिए नियमित रूप से साइन अप करता है और कुछ ही दिनों में सदस्यता रद्द कर देता है
फूड डिलीवरी कंपनी को लगाया 21 लाख रुपये का चूना
जापान में 38 साल के इस शख्स को एक फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म में खामियों का फायदा उठाने के बाद धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उसने कंपनी को 3.7 मिलियन येन (24,000 अमेरिकी डॉलर) यानी 21 लाख रुपये से अधिक का चूना लगाया था.
दो साल में 1095 बार अपने ऑर्डर का लिया रिफंड
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आइची प्रान्त के नागोया में अधिकारियों ने अक्टूबर के शुरू में ताकुया हिगाशिमोतो को एक फूड डिलीवरी सर्विस कंपनी से 1,095 ऑर्डर करने, सारा खाना खा लेने तथा पेमेंट से बचने के लिए ट्रिक का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया. वह अपने सारे ऑर्डर भी ले लेता था और उसका रिफंड भी.
ऐसे सारे ऑर्डर का लेता था रिफंड
उसने ऑर्डर को फ्री करवाने के लिए एक ट्रिक अपना रखी थी. वह प्लेटफॉर्म के माध्यम से कॉन्टेक्टलेस डिलीवरी का ऑप्शन यूज करता था. फिर रिफंड लेने के लिए ऐप के माध्यम से झूठा दावा करता था कि भोजन नहीं पहुंचा है.
उसने एक और चाल 30 जुलाई को चली, जब हिगाशिमोतो ने डिलीवरी ऐप डेमा-कैन पर एक फर्जी नाम और पते से एक नया अकाउंट बनाया. हालांकि, उसके ऑर्डर की आइसक्रीम, बेंटो और चिकन स्टेक डिलीवर हो गए थे, लेकिन उसने ऐप के चैट फीचर का इस्तेमाल करके दावा किया कि वे पहुंचे ही नहीं हैं. फिर उसी दिन उसे 16,000 येन (105 अमेरिकी डॉलर) का रिफंड मिल गया.
कई सालों से बेरोजगार था आरोपी शख्स
अधिकारियों ने खुलासा किया कि हिगाशिमोतो कई वर्षों से बेरोजगार है. उसने अप्रैल 2023 से अपनी धोखाधड़ी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए प्लेटफॉर्म पर 124 अकाउंट्स बना लिए थे. वह आमतौर पर साइन अप करता था और कुछ दिनों बाद अपनी सदस्यता रद्द कर देता था.
उसकी पहचान न हो पाने की क्षमता के कारण उसे पकड़ने और उसकी पहचान करने के प्रयास जटिल हो गए, क्योंकि उसने अनेक प्रीपेड मोबाइल फोन कार्ड खरीदे, झूठे नाम और पते से खाते पंजीकृत कराए और उन्हें तुरन्त रद्द कर दिया.
आरोपी ने स्वीकार किया अपना अपराध
हिगाशिमोतो ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि शुरू में तो मैंने बस यही तरीका अपनाया. अपनी धोखाधड़ी का फल मिलने के बाद मैं इसे रोक नहीं पाया. अपराध के उजागर होने के बाद, डेमा-कैन ने कस्टमर की आईडेंटिटी वेरिफाई करने के प्रोसेस को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है.
प्लेटफ़ॉर्म ने कहा कि वह असामान्य व्यापारिक गतिविधियों का पता लगाने और भविष्य में इसी तरह के घोटालों को रोकने के लिए एक अलर्ट सिस्टम लागू कर रहा है. चीन और जापान दोनों देशों में इंटरनेट इस घटना ने हलचल मचा रखी है.
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