जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले में बुधवार को पुलिस ने आतंकी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए अपना खास अभियान चलाया. इस अभियान के तहत आतंकियों के मददगारों और उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई.
जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा, ‘आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने और गैरकानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत, श्रीनगर पुलिस ने शहर भर में कई जगहों पर व्यापक छापेमारी की कार्रवाई अंजाम दी है.’
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत चल रही जांच के सिलसिले में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े आतंकवादी सहयोगियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
श्रीनगर के विभिन्न इलाकों में समन्वित तलाशी अभियान चलाए गए, जिनमें आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने, सहायता करने या बढ़ावा देने में शामिल व्यक्तियों को निशाना बनाया गया.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी उचित कानूनी प्रक्रिया के अनुसार, कार्यकारी मजिस्ट्रेटों और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में और जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में की गई.
पुलिस ने आगे कहा, ‘इन अभियानों का उद्देश्य दस्तावेज़ों, डिजिटल उपकरणों और चल रही जांच से संबंधित अन्य साक्ष्यों जैसी अपराध-सिद्ध सामग्री को ज़ब्त करना था. ये छापे व्यापक ख़ुफ़िया जानकारी जुटाने की प्रक्रिया का भी हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक शांति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा करने वाली किसी भी षड्यंत्रकारी या आतंकवादी गतिविधियों को रोकना और उन्हें नाकाम करना है.’
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