Pankaj Dheer Died: 1988 में बी.आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ से घर-घर में पहचान बनाने वाले पंकज धीर अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने ‘कर्ण’ का किरदार निभाकर फैंस के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी थी. उनके इस किरदार को आज भी याद किया जाता है. मगर इंडस्ट्री का ये चमकता सितारा अब हमेशा के लिए बुझ गया है. पंकज धीर का कैंसर के चलते निधन हो गया है. उनकी मौत से टीवी से लेकर बॉलीवुड तक मातम पसरा हुआ है.
दमदार एक्टर थे पंकज
पंकज धीर ने अपने करियर में टीवी से लेकर फिल्मों तक शानदार काम किया. वो हर किरदार में जान डाल देते थे. उनके निभाए कई किरदार लोग आज भी याद करते हैं. मगर ‘महाभारत’ में ‘कर्ण’ के किरदार से उनके करियर को तगड़ा बूस्ट मिला था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस किरदार ने पंकज धीर को तगड़ा फेम दिया, उसकी कास्टिंग के पीछे भी एक मजेदार किस्सा छिपा है.
इस वजह से ‘महाभारत’ से बाहर हो गए थे पंकज
दरअसल, बीआर चोपड़ा ‘महाभारत’ में पंकज धीर को अर्जुन की भूमिका में कास्ट करना चाहते थे. लेकिन उस किरदार के लिए पंकज अपनी मूंछें हटाने के लिए तैयार नहीं थे. उनकी जिद्द की वजह से उनसे अर्जुन का रोल छिन गया था. उनके इस फैसले की वजह से उन्हें पहले ‘महाभारत’ से बाहर कर दिया गया था. मगर किस्तम को शायद कुछ और ही मंजूर था.
कुछ महीनों बाद पंकज धीर को ‘महाभारत’ में कर्ण का रोल ऑफर किया गया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया, क्योंकि कर्ण के रोल के लिए उन्हें मूंछें नहीं मुंडवानी थीं. फिर वो कर्ण बनकर ‘महाभारत’ का हिस्सा बने और देखते ही देखते अपनी दमदार एक्टिंग और सच्चाई से लोगों के दिलों को जीतने में कामयाब हुए. कर्ण उनके करियर का एक बड़ा और यादगार रोल बन गया.
जब पंकज ने सुनाया था कर्ण की कास्टिंग का किस्सा
Lehren Retro को दिए एक पुराने इंटरव्यू में पंकज धीर ने खुद इस बारे में बताया था. उन्होंने कहा था कि मेकर्स को लगता था कि वो अर्जुन के रोल में काफी अच्छे लगेंगे. उनक कॉन्ट्रैक्ट भी तैयार हो गया था. 2-3 महीने वो अर्जुन बनकर मुंबई में घूमते रहे थे. लेकिन तीसरे महीने बी.आर. चोपड़ा ने उन्हें बुलाकर कहा कि उन्हें अपनी मूंछें काटनी होंगी. मगर ऐसा करने से पंकज ने साफ इनकार कर दिया था.
पंकज ने खुद बताया था कि उन्होंने बी.आर. चोपड़ा को बोला था- मैं ऐसा नहीं कर सकता, क्योंकि अगर मैंने मूंछ निकाल ली तो वो लुक मुझपर अच्छा नहीं लगेगा. इसपर बी.आर. चोपड़ा ने मुझसे कहा था- तुम कैसे एक्टर हो. मूंछ के लिए इतना बड़ा रोल छोड़ रहे हो. पंजक ने बताया था कि उन्होंने साफ मना कर दिया था. उनकी इस बात से बी.आर. चोपड़ा काफी निराश हुए थे और उन्हें अपने ऑफिस से बाहर निकाल दिया था.
पंकज ने आगे बताया था- ये मेरी बेवकूफी थी. लेकिन उस समय यही ठीक लग रहा था. तब बी.आर. चोपड़ा ने मुझे कहां कि दरवाजे से निकलो और यहां दोबारा आना नहीं. उन्होंने मुझे निकाल दिया था. 6 महीने तक मैं घूमता रहा. डबिंग करता रहा. लेकिन फिर चोपड़ा साहब का अचानक फोन आया और उन्होंने कहा कर्ण का रोल करोगे? मैंने पूछा- मूंछ तो नहीं काटनी होगी? उन्होंने कहा नहीं. तो मुझे कर्ण का रोल मिल गया. ये शायद मेरी किस्मत में था.
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