एक साल पहले खरीदा गया तीन लाख का प्लॉट जब तीस लाख का हो गया, तो वही जमीन परिवार की खुशियों पर खून का धब्बा बन गई. लालच, शक और धमकी ने एक परिवार को तबाह कर दिया. पत्नी और उसकी मां ने मिलकर पति की हत्या कर दी. वजह थी वही संपत्ति.
प्लाट से शुरू हुआ झगड़ा, हत्या पर खत्म
बिनौली थाना क्षेत्र के जीवना गुलियान गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब 35 वर्षीय सोनू का शव घर के एक कमरे में संदिग्ध हालत में मिला. पहली नजर में मामला आत्महत्या का लगा, लेकिन कुछ ही घंटों में पुलिस ने इसे हत्या का केस मानते हुए जांच शुरू की. थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि सोनू के भाई ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके भाई की हत्या की गई है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसा-वैसा कहानी ने भयावह रूप लेना शुरू कर दिया.
कबूलनामे ने खोला खौफनाक सच
न्यूज एजेंसी के मुताबिक पुलिस ने पूछताछ के लिए सोनू की पत्नी सोनिया और उसकी मां सरोज को हिरासत में लिया. पहले तो दोनों ने खुद को निर्दोष बताया, लेकिन जब सबूतों का पहाड़ सामने आया, तो सोनिया टूट गई. उसने जो बताया, उसने पुलिस टीम को भी सन्न कर दिया. सोनिया ने बताया हमने प्लॉट खरीदा था 3 लाख में, अब उसकी कीमत 30 लाख हो गई है. सोनू रोज मेरी मां पर दबाव डालता था कि वह जमीन उसके नाम कर दे. जब हमने मना किया, तो उसने मां का नहाते हुए वीडियो बना लिया और धमकी दी कि अगर प्लॉट उसके नाम नहीं हुआ तो वो वीडियो वायरल कर देगा. इन धमकियों से परेशान होकर मां-बेटी ने सोनू से हमेशा के लिए पीछा छुड़ाने की ठान ली.
साजिश की रात
शनिवार की शाम, रोज की तरह घर में दूध रखा गया. फर्क बस इतना था कि उस दूध में नींद की गोलियां मिली थीं. सोनू ने बेखबर होकर दूध पी लिया और थोड़ी ही देर में गहरी नींद में चला गया. सोनिया और सरोज ने मौका देखकर रस्सी से उसका गला घोंट दिया. फिर सबूत मिटाने के लिए कमरे में फांसी का दृश्य तैयार किया ताकि लगे कि सोनू ने आत्महत्या की है. उन्होंने सोनू का मोबाइल तोड़कर भूसे के ढेर में छिपा दिया और पड़ोसियों को दिखाया कि उसने खुद ही जान दे दी.
अंतिम संस्कार से पहले खुला भंडाफोड़
अगले दिन गांव में माहौल शोक में डूबा था. सोनू का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, लेकिन पुलिस की जांच टीम को कुछ बातें खटक रहीं थीं. शव की स्थिति, रस्सी के निशान और कमरे की बनावट से साफ था कि मामला आत्महत्या का नहीं हो सकता. जब जांच टीम ने सोनिया से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सब कबूल कर लिया.
लालच की अंधी दौड़ ने उजाड़ा घर
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोनू अपनी सास से लगातार बहस करता था. उसे लगता था कि उसकी पत्नी और सास दोनों मिलकर उसे संपत्ति से दूर रखना चाहती हैं. दूसरी तरफ, सास को डर था कि सोनू उस जमीन को बेच देगा या हड़प लेगा. यही डर धीरे-धीरे नफरत में बदला, और फिर हत्या में.
लोग बोले – पैसे ने रिश्ते निगल लिए
गांव के लोग अब तक विश्वास नहीं कर पा रहे कि सोनू जैसा खुशमिजाज इंसान अपनी ही पत्नी के हाथों मारा गया. पड़ोसी कहते हैं, सोनू अच्छा आदमी था, पर पैसों ने सबकुछ बिगाड़ दिया. अब जमीन बची है, इंसान नहीं. कई ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में इलाके में जमीन की कीमतों में भारी उछाल आया है. जिसने भी जमीन ली, वो अमीर हो गया, लेकिन इसके साथ लालच और झगड़े भी बढ़े हैं.
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपी महिलाओं सोनिया और सरोज को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल रस्सी, नींद की गोलियां और टूटा मोबाइल बरामद कर लिया है. मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हत्या की साजिश में किसी और की भूमिका तो नहीं थी.
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