Diwali 2025 Date: कुछ ही दिनों में खुशियों का पर्व दिवाली आने वाला है, जिसकी तिथि है 20 अक्टूबर. जब भी दिवाली का त्योहार आने वाला होता है तो उससे पहले घरों का साफ-सफाई की शुरुआत हो जाती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली से पहले स्वच्छता बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि मां लक्ष्मी भी साफ-सुथरे घरों में ही प्रवेश करती हैं. वहीं, ज्योतिषियों के अनुसार, यदि घर की साफ सफाई में कुछ वस्तुएं मिल जाएं, तो समझ लें कि आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसने वाली है. तो आइए जानते हैं कि उन शुभ चीजों के बारे में.
1. अचानक पैसों का मिलना
दिवाली की सफाई के दौरान जब अचानक किसी पुराने बॉक्स या दराज से पैसे निकल आते हैं, तो इसे संयोग नहीं, बल्कि बहुत शुभ संकेत माना जाता है. यह इस बात का संकेत होता है कि आपकी आर्थिक स्थिति में जल्द ही सुधार होगा और रुका हुआ धन वापस मिल सकता है. ऐसे पैसों को कम समझकर तुरंत खर्च न करें. उन्हें साफ करके अपने पूजा घर में रखें, फिर लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या अलमारी में रख दें. ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता और धन की स्थिरता बनी रहती है.
2. शंख या कौड़ी का मिलना
शंख और कौड़ी दोनों ही चीजें समुद्र मंथन से संबंधित मानी जाती है, जिनका प्राप्त होना भी बहुत ही शुभ माना जाता है. इनका संबंध सीधा मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से है. माना जाता है कि जहां विष्णु का वास होता है, वहां लक्ष्मी भी स्थायी रूप से निवास करती हैं. शंख विष्णु का प्रिय वाद्य है, जबकि कौड़ी को धन का प्रतीक माना गया है. इसलिए, यदि दिवाली की सफाई के दौरान आपको कहीं शंख या कौड़ी मिल जाए, तो समझिए ये आने वाली समृद्धि का संकेत है. इन्हें गंगाजल से पवित्र करके पूजा स्थल पर रखें. दीपावली के दिन श्रद्धा से इनका पूजन करें.
3. मोर पंख का मिलना
वहीं, दिवाली की सफाई में अगर अचानक से मोर पंख मिल रहा है तो यह भी बहुत ही शुभ है. दरअसल, हिंदू परंपरा में मोरपंख को शुभता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है. वहीं, मोरपंख का संबंध भगवान श्रीकृष्ण मां सरस्वती से माना गया है. कहा जाता है कि जब घर में अचानक मोरपंख मिल जाए, तो यह संकेत होता है कि नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सकारात्मकता का वास होने वाला है. यह भी माना जाता है कि इससे घर के वास्तु दोष कम होते हैं. व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है. मोरपंख को हमेशा किसी साफ-सुथरे और पवित्र स्थान पर ही रखें.
4. लाल वस्त्र
हिंदू धर्म में लाल रंग को ऊर्जा, साहस, प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है. यह वही रंग है जो देवी लक्ष्मी और मां दुर्गा की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है. यदि दिवाली की सफाई करते समय आपको किसी पुराने मंदिर के वस्त्र, चुनरी या लाल कपड़े का टुकड़ा मिल जाए, तो इसे बेहद शुभ संकेत समझें. इसका अर्थ है कि देवी आपके जीवन से प्रसन्न हैं और शीघ्र ही आपकी इच्छाएं पूर्ण होने वाली हैं.
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