झारखंड के हजारीबाग जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर उसे सड़क हादसा दिखाने की कोशिश की. यह सब कुछ बड़ी चालाकी से किया गया था, ताकि पुलिस को धोखा देकर पत्नी का 30 लाख रुपये का जीवन बीमा क्लेम हासिल किया जा सके. लेकिन पुलिस की जांच ने इस मर्डर केस की पोल खोलकर रख दी.
क्या हुआ था उस दिन?
यह पूरा मामला हजारीबाग के पदमा-इटखोरी रोड का है. 27 सितंबर को एक सड़क किनारे एक महिला की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. छानबीन और तफ्तीश का सिलसिला शुरू हुआ. पहले लगा कि यह एक सड़क हादसे का मामला है. महिला की पहचान सेवंती कुमारी के रूप में हुई, जो अपने पति मुकेश कुमार मेहता के साथ पदमा थाना इलाके के सरौनी गांव में रहती थी.
पदमा पुलिस चौकी के प्रभारी संचित कुमार दुबे ने मंगलवार को पीटीआई को बताया कि 30 वर्षीय मुकेश कुमार मेहता ने 9 अक्टूबर की रात अपनी पत्नी सेवंती कुमारी (23) की हत्या कर दी, जिससे उसने चार महीने पहले शादी की थी. उसने 30 लाख रुपये की बीमा राशि का दावा करने के लिए इस मर्डर को सड़क दुर्घटना का रूप दिया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमें 9 अक्टूबर को राहगीरों से एनएच-33 के पदमा-इटखोरी खंड पर एक सड़क दुर्घटना में घायल पड़े एक जोड़े के बारे में शिकायत मिली. हम तुरंत मौके पर पहुंचे और मृतक सेवंती कुमारी और उसके पति को सदर अस्पताल ले आए. हालांकि वो शख्स बेहोश होने का नाटक कर रहा था. महिला को अस्पताल में डॉक्टरों ने पत्नी को मृत घोषित कर दिया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
पहले से रची गई साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि मुकेश ने महीनों पहले से इस साजिश की तैयारी कर रखी थी. उसने अपनी पत्नी के नाम पर 30 लाख रुपये का लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी कराई थी. इसके बाद वह मौके की तलाश में था, ताकि उसकी पत्नी की मौत को हादसा दिखाकर रकम वसूल कर सके.
हत्या को हादसे में बदलने की कोशिश
वारदात वाले दिन मुकेश अपनी पत्नी को बाइक पर घुमाने के बहाने घर से बाहर ले गया. रास्ते में उसने योजनाबद्ध तरीके से पहले सेवंती पर हेलमेट से वार किए और फिर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने सेवंती की लाश को सड़क किनारे फेंक दिया और बाइक गिराकर उसे सड़क हादसा जैसा दिखाने की कोशिश की. इसके बाद उसने खुद को हल्की चोटें भी दीं और सड़क पर लेट गया ताकि मामला असली लगे.
ऐसे हुआ पुलिस को शक
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि पुलिस की नजर से कुछ नहीं बच सका. घटनास्थल की जांच में कई बातें मेल नहीं खा रहीं थीं. न तो बाइक की टक्कर के निशान थे और न ही किसी वाहन का सबूत मिला. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई. बस यहीं से पुलिस को पति पर शक हो गया.
तकनीकी साक्ष्यों ने खोला राज
पुलिस ने जब मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाली तो पता चला कि वारदात से पहले और बाद में मुकेश के फोन पर कई संदिग्ध कॉल आए थे. एक दोस्त से बातचीत में उसने बीमा क्लेम का ज़िक्र भी किया था. यह क्लू पुलिस के लिए निर्णायक साबित हुआ.
ऐसे सामने आई सच्चाई
पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने सबूतों के साथ मुकेश को घेरा तो वह टूट गया. उसने कबूल किया कि उसने ही पत्नी की हत्या की थी. उसने कहा ‘मैंने सोचा था कि हादसा दिखाकर बीमा का पैसा मिल जाएगा और जिंदगी सेट हो जाएगी.’ लेकिन किस्मत ने उसका प्लान फेल कर दिया.
परिवार और गांव में सनसनी
इस खुलासे के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया. लोग यकीन नहीं कर पा रहे थे कि मुकेश जैसा शांत दिखने वाला आदमी इतना बेरहम कदम उठा सकता है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और बीमा कंपनी को भी धोखाधड़ी की जानकारी दे दी गई है.
पुलिस ने बताया मोटिव
हजारीबाग पुलिस के मुताबिक, आरोपी पर कर्ज का बोझ था और वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. इसी वजह से उसने बीमा पॉलिसी के जरिए पैसा कमाने का शातिर प्लान बनाया. अब उसके खिलाफ हत्या और बीमा धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है.
कानून के शिकंजे में शातिर पति
यह केस सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं, बल्कि लालच और धोखे की ऐसी मिसाल है जो समाज के लिए चेतावनी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी जाएगी ताकि आरोपी को कड़ी सजा मिल सके.
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