जीतनराम मांझी ने कहा कि हमारी जाति हमेशा से विभिन्न कठिनाइयों और कमियों के बीच जीना सीख चुकी है. यह जीवन की एक अनिवार्य सीख है जो हमें मजबूत बनाती है. अब लोकसभा चुनाव भी करीब है, जहाँ पहले दो लोकसभा सीटें मिलने की बात हुई थी और फिर एक राज्यसभा सीट देने की चर्चा हुई,
0