भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह यूं तो हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं. लेकिन बीते दिनों वो हरियाणवी स्टार अंजलि राघव से छेड़छाड़ को लेकर विवादों में आए थे. मामले को तूल मिलता देखर उन्होंने पब्लिकली माफी भी मांगी थी. हालांकि अंजलि को इसके बाद तमाम मुश्किलों को सामना करना पड़ा, उनकी मंशा तक पर सवाल उठाए गए और कहा गया कि वो इसे जबरदस्ती उछाल रही हैं और पब्लिसिटी बटोर रही हैं. हरियाणा की डांसिंग क्वीन सपना चौधरी ने भी कहा कि बाद में इतनी बातें करने से क्या मतलब, तभी ना कहना चाहिए था.
पवन ने सरेआम उछाली इज्जत
अब सपना की इस बात का जवाब अंजलि ने दिया है. एक्ट्रेस ने पहले पवन सिंह की हरकत पर जवाब देते हुए कहा पुराना हरियाणा से बातचीत में कहा कि- पहले तो मुझे लगा कि मजाक चल रहा है, और मैं उनकी हरकत को दबाने की कोशिश कर रही थी. मैं इरिटेट हो गई थी कि ये आदमी मुझे पब्लिक से बात नहीं करने दे रहा है. मैं आर्टिस्ट की इज्जत बचा रही थी और सामने वाला मेरी इज्जत उछाल रहा है. मुझे समझ ही नहीं आया था कि वो छेड़ने की कोशिश कर रहे थे.
सपना पर बरसीं अंजलि
आगे अंजलि ने सपना चौधरी की सलाह का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि- शायद उन्होंने मेरी वीडियो ढंग से देखी नहीं होगी, जो मैंने इंस्टा पर डाली थी. उनके साथ स्टेज पर इतनी बार बदतमीजी हुई है. उन्होंने तुरंत ना क्यों नहीं बोला? मेरे साथ पहली बार था, उनके साथ तो एक बार नहीं कई बार हुआ है. इससे भी बड़ी-बड़ी चीजें हुईं, तो वो तब क्यों नहीं बोलीं? उन्होंने उस वक्त एक्शन क्यों नहीं लिया, थप्पड़ क्यों नहीं मारा. मेरे लिए तो फिर भी अन-एक्सपेक्टेड था.
‘मेरा तो फोकस भी सारा पब्लिक पर था, मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि ये जानबूझकर किया जा रहा है. मुझे लगा कोई टैग रह गया होगा, जिसे पवन सिंह ने नोटिस की. ये चीज मैंने तुरंत क्लियर भी की. सपना के साथ तो, जितना मैं जानती हूं कि स्टेज से ही उनपर गोली चलाई गई थी. उनके भाई, उनकी मां पर भी चली थी. शायद सब जानते हैं, वो कह रही हैं कि- भाई जो भी है, वहीं तुरंत ना कह दो.’
पवन की फैन फॉलोइंग से क्यों डरीं अंजलि?
अंजलि ने आगे कहा कि- मैं यूपी की पब्लिक को जानती हूं, वहां उस इवेंट में पवन सिंह के बुलाए हुए सारे लोग हैं, उनके सारे कट्टर फैंस हैं, पुलिस भी वहीं की है. इतने सारे लोग उनको जानते हैं, भगवान मानते हैं, ऐसे फैंस हैं. और मैं अपने साथ अगर तीन-चार लड़के लेकर गई हूं. हालांकि वहां स्टेज पर मैं अकेली खड़ी हूं. हो सकता है मुझे वहां कोई कुछ ना कहे, लेकिन वो जो चार लोग मेरे लिए वहां लड़ते, क्या उनको लोग ठीक-ठाक छोड़ देते?’
अंजलि ने आगे कहा कि- मैं यहां आकर उनके परिवार को क्या मुंह दिखाती. किसी को कुछ हो जाता तो उनकी मां से क्या कहती? समझदारी इसी में थी कि मैं कुछ ना बोलूं. तो जो समझदार लोग होंगे वो ही इस बात को समझ सकेंगे.
—- समाप्त —-