पाकिस्तान में एक बार फिर तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के समर्थक और पुलिस आमने-सामने हैं. लाहौर में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान टीएलपी प्रमुख साद रिजवी ने आरोप लगाया है कि पंजाब पुलिस की गोलीबारी में कम से कम 11 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है, जबकि दो दर्जन से अधिक घायल हुए हैं. रिजवी ने यह भी दावा किया कि घायलों को इलाज तक नहीं दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लाहौर, रावलपिंडी और इस्लामाबाद में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. राजधानी को किले में तब्दील कर दिया गया है. टीएलपी के हजारों समर्थक इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे हैं, जिससे पूरे मार्ग पर भारी सुरक्षा और सड़कों की नाकेबंदी की गई है.
रास्ते बंद, इंटरनेट सेवा ठप
लाहौर-इस्लामाबाद-पेशावर मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया है. वहीं, पंजाब के कई बड़े शहरों- लाहौर, रावलपिंडी, इस्लामाबाद और फैसलाबाद- में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें जारी हैं.
टीएलपी प्रमुख के घर छापा, परिवार हिरासत में
स्थिति और बिगड़ते देख पंजाब पुलिस ने साद रिजवी के घर पर छापा मारा और उनकी पत्नी, मां और बच्चों को हिरासत में ले लिया है. लाहौर के शादरा इलाके में विरोध प्रदर्शन का केंद्र बना हुआ है. बता दें कि गुरुवार को टीएलपी के लाखों कार्यकर्ता गाजा में हो रही हत्याओं के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे. वे अमेरिकी दूतावास की ओर मार्च करने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें लाहौर में ही रोक दिया, जिससे हिंसक झड़पें हुईं और कई लोग घायल हो गए.
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