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गोरखपुर से मुंबई निकले थे, फिर देवरिया कैसे पहुंचे? मेडिकल कॉलेज की टंकी में लाश वाली कहानी में नया मोड़ – deoria medical college water tank dead body mystery gorakhpur lcla


उत्तर प्रदेश के देवरिया में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल पर पानी टंकी से शव मिला. जब पहचान हुई तो खुलासा हुआ कि यह शव अशोक गावंडे नाम के एक केमिकल इंजीनियर का है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि जो शख्स गोरखपुर से मुंबई जाने की बात कहकर निकला था, वह देवरिया कैसे पहुंच गया, मौत कैसे हुई, शव पानी की टंकी में कैसे पहुंचा?

मृतक के साले प्रफुल्ल नागर ने बताया कि 22 सितंबर की रात जीजा अशोक गावंडे गोरखपुर उनके घर आए थे. उन्होंने बताया कि उन्हें मुंबई जाना है और किराये के लिए 1200 रुपये मांगे. पैसे देने के बाद उन्होंने ऑटो पकड़ा और रेलवे स्टेशन के लिए निकल गए. हमें लगा वो मुंबई के लिए रवाना हो गए, लेकिन पता नहीं कैसे वो देवरिया पहुंच गए.

बंद फैक्ट्री, डिप्रेशन और बिखरी जिंदगी

अशोक गावंडे कभी एक सफल केमिकल इंजीनियर थे. उन्होंने कई कंपनियों में काम किया और फिर अपनी फैक्ट्री शुरू की. लेकिन जब फैक्ट्री बंद हो गई तो उनकी जिंदगी जैसे थम सी गई. आर्थिक नुकसान और असफलता के कारण वे डिप्रेशन में रहने लगे. उनके साले प्रफुल्ल बताते हैं कि उनकी तबीयत खराब रहने लगी थी.

मेडिकल कॉलेज केस… गोरखपुर से मुंबई निकले थे, फिर देवरिया कैसे पहुंचे मृतक इंजीनियर, रहस्य गहराया

ठाणे में उनका इलाज चल रहा था. वे बार-बार फैक्ट्री दोबारा शुरू करने की बात करते, लेकिन हालात साथ नहीं दे रहे थे. पत्नी अनीता गावंडे से भी उनके संबंध अच्छे नहीं रहे. दोनों अलग-अलग रहते थे. जब पुलिस ने देवरिया से शव मिलने की सूचना दी, तो अनीता ने सिर्फ इतना कहा कि हम साथ नहीं रहते थे, पुलिस ने बताया तो ही पता चला कि वो यहां कैसे पहुंच गए.

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इस केस को और उलझा देने वाली बात यह है कि 25 सितंबर को देवरिया शहर के पुरवा चौराहा निवासी एक युवक ने बताया कि उसने मॉर्निंग वॉक के दौरान एक बीमार व्यक्ति को सड़क किनारे देखा था, जो चल नहीं पा रहा था. उसने 108 पर कॉल कर एंबुलेंस से उसे अस्पताल भिजवाया. अस्पताल में भर्ती उस व्यक्ति का नाम भी अशोक दर्ज था. यानी 25 सितंबर को वह देवरिया में जिंदा थे, लेकिन फिर 6 अक्टूबर को उनका शव मेडिकल कॉलेज की पानी टंकी में मिला.
अब सवाल यही है कि इन 11 दिनों में आखिर क्या हुआ? वह अस्पताल से कैसे निकले और फिर पानी की टंकी तक कैसे पहुंचे?

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, कई सवाल बाकी

फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया है, लेकिन रिपोर्ट का इंतजार है. देवरिया पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा कि यह हादसा था, आत्महत्या या कुछ और. मेडिकल कॉलेज प्रशासन और पुलिस दोनों के लिए यह रहस्य सुलझाना चुनौती बन गया है. एक इंजीनियर, जो कभी अपनी फैक्ट्री को दोबारा खड़ा करने का सपना देखता था, उसकी जिंदगी यूं खत्म हो जाना कई सवाल खड़े कर रहा है. अशोक गावंडे की कहानी अब पुलिस की फाइलों में एक ‘अनसुलझी गुत्थी’ बन चुकी है. मुंबई जाने वाले रास्ते पर कैसे आया देवरिया का मोड़, और आखिर कौन-क्या था, जिसने उनकी जिंदगी ही खत्म कर दी.

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