सरकारी स्कूल के एक प्रिंसिपल का चेक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ढेरों गलतियाँ हैं. चेक देखकर लग रहा है जैसे किसी बच्चे ने उसमें अंग्रेजी लिखी है. इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है. कई दिनों से सोशल मीडिया पर लोग स्पेलिंग मिस्टेक से भरे इस चेक को लेकर चर्चा कर रहे हैं और देश के शिक्षा विभाग पर सवाल भी उठा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल प्रिंसिपल का चेक
सिरमौर जिला मुख्यालय से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक ड्राइंग अध्यापक द्वारा एक चेक जारी किया गया था. इस चेक में जो भुगतान लिखा था, उसमें कई वर्तनी की त्रुटियां पाई गईं. शिक्षा विभाग ने इस मामले को कड़े संज्ञान में लिया है. जारी किए गए चेक का वीडियो वायरल हो रहा है और लोग अध्यापक पर सवाल उठा रहे हैं. इतना ही नहीं, इस संबंध में शिक्षा विभाग की भी आलोचना हो रही है.
ड्राइंग अध्यापक द्वारा जो चेक जारी किया गया है, उसमें इतनी भारी गलती की गई है कि उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता. विभाग ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और अध्यापक को निलंबित कर दिया है. जिला शिक्षा अधिकारी राजीव डोगरा का कहना है कि विभाग इस मामले में पूरी कार्रवाई कर रहा है और अध्यापक को तुरंत निलंबित किया गया है और जवाबदेही मांगी गई है. ड्राइंग अध्यापक के निलंबन (सस्पेंशन) के आदेश उनको भेज दिए गए हैं.
शिक्षभा विभाग ने जो आदेश लिखा उसमें भी कई गलतियां
चौंकाने वाली बात ये है कि शिक्षा विभाग द्वारा ड्राइंग टीचर को जो स्पेलिंग मिस्टेक के लिए आदेश जारी किए गए हैं, उसमें भी वर्तनी की त्रुटियां हैं. आदेश में (जैसे Sirmour, Educatition, Princpal जैसे शब्दों में) कई तरह से वर्तनी में त्रुटियां देखने को मिली हैं. इस बारे में शिक्षा विभाग के निदेशक राजीव ठाकुर का कहना है कि जो निलंबन आदेश अध्यापक को जारी किए गए हैं, उसमें क्लर्क संबंधी (क्लर्कल) गलती है, जिसको सुधारा जा सकता है, लेकिन जो गलती उन्होंने चेक पर की है, उसको नहीं सुधारा जा सकता था. उन्होंने शब्दों की रूपरेखा ही बदल दी.
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Input – Dinesh Kanojia