भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच जंग छिड़ी हुई है. दोनों की पारिवारिक कलह अब दुनिया के सामने आ चुकी है. ज्योति सिंह लगातार पवन सिंह पर आरोप लगा रही हैं. उन्होंने सुसाइड की धमकी तक दे डाली है. इसके अलावा ज्योति ने पवन से उनके लखनऊ स्थित घर पर मुलाकात करने की भी कोशिश की. ज्योति ने इसके बारे में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने रो-रोकर दावा किया कि उन्हें पवन सिंह ने घर में घुसने से रोका. उनके लिए पुलिस तक बुला ली थी. मगर पवन सिंह ने पत्नी के हर आरोप को गलत और बेबुनियाद बताया. मामला ज्यादा बिगड़ता देख पवन सिंह ने मीडिया के सामने आकर बात की थी और अपना पक्ष रखा था. अब ज्योति सिंह ने भी मीडिया के सामने अपने झगड़े पर बात की है.
मीडिया से बातचीत में ज्योति सिंह का बड़ा बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति सिंह ने पवन सिंह के घर में जाने, बच्चा न पाने के आरोप और भाजपा के टिकट को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि पवन उन्हें गर्भपात की दवाई खिलाते थे. उन्होंने कहा, ‘वो कह रहे हैं कि बच्चे के लिए वो तरस गए हैं, तो जो इंसान बच्चे के लिए तरसता है, वो दवा नहीं खिलाता है अपनी पत्नी को. मुझे हर बार दवा खिलाई गई और बहुत सारी चीजें मैंने आज भी मीडिया में नहीं रखी थी लेकिन आज पवन जी ने मुझे मजबूर कर दिया है. मैं पवन की को बदनाम नहीं कर रही हूं, मैं बस अपना पक्ष रख रही हूं. खुद के बारे में जो चीजें हैं, वो मैं आज मीडिया में रख रही हूं. पवन जी द्वारा जब मुझे दवा खिलाई जाती थी. उसके खिलाफ जब मैं बोलती थी तो मुझे इतना टॉर्चर किया था. कि मैंने स्लीपिंग पिल्स यानी नींद की गोलियां खा ली थीं. 25 नींद की गोलियां मैंने खा ली थी, 2 बजे रात को. उस समय उनके भैया रानु भैया जी थे, उनकी टीम से दीपक भैया थे, विक्की जी थे. ये मुझे उठाकर अस्पताल लेकर गए थे. Bellevue Multispeciality Hospital, मुंबई के अंधेरी में ये अस्पताल है, वहां मुझे लेकर गए थे. वहां पर मेरा इलाज हुआ.’ अंत में ज्योति ने खुलाया किया कि पवन सिंह उन्हें अबॉर्शन पिल्स खिलाते थे. उन्होंने कहा, ‘वो गर्भपात की दवा खिलाते थे मुझे.’
क्या बोले थे पवन सिंह?
पत्नी संग चल रहे विवाद पर पवन सिंह ने कहा, ‘ज्योति सिंह इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती हैं कि मैं आपसे मिलने लखनऊ आ रही हूं. मैं उनके विचार को अच्छे से जानता हूं. मैंने प्रशासन में सूचना दी कि ऐसी-ऐसी बात है. हम लोग खाना खा रहे थे कि मेरे बड़े भाई धंनजय ने मुझे बोला कि ज्योति सिंह के भाई से बात कर लूं. मैंने बोला कि भाई थोड़ा मन ठीक नहीं लग रहा है. उनसे बोलो कि एक-दो दिन बाद आएं. नींद में ही था कि मेरा भाई आता है और बोलता है कि ज्योति सिंह आई हैं. तलाक का केस हमारी तरफ से आरा से चल रहा है. मेंटेनेंस का केस ज्योति सिंह की तरफ से बलिया से चल रहा है. ज्योति सिंह मैं आपसे इतना कहना चाहता हूं कि अगर मैं आपसे मिलना नहीं चाहता, तो क्या आप मुझसे मिल पातीं. फिर भी हम रेडी हुए. मेरा छोटा भाई ऋतिक और धंनजय आए. हम लोग फ्लैट पर मिले. ज्योति अपने भाई और बड़ी बहन जूही के साथ थीं.
पवन सिंह ने आगे कहा, ‘मेरा ज्योति सिंह के साथ व्यवहार कैसा रहा है. ये मैं, वो और मेरा भगवान जानता है. ज्योति ने कहा कि जब तक तलाक का मैटर खत्म नहीं हो जाता यहां से नहीं हिलूंगी. मैंने कहा कि एक ही छत के नीचे रहकर केस लड़ा जाता है क्या. मुझे लगा कि यहां कुछ गड़बड़ होने वाली है. मैंने स्टाफ से कहा कि मैडम से पूछो क्या खाएंगी. वही बना दो. मैं उठा मैंने कहा कि मैं मीटिंग में जा रहा हूं. धंनजय से कहा कि आप इनसे बात करिए कि ये क्या चाहती हैं.’
छलका पवन सिंह का दर्द
पवन सिंह ने बताया कि आगे क्या हुआ था. उन्होंने कहा, ‘मीटिंग खत्म हुई, तो दो घंटे बाद मोबाइल मेरे हाथ में आया. मुझे फोन आया कि भैया घर पर ऐसे-ऐसे हो गया. मैंने सोचा कि अभी घर पर जाना ठीक नहीं है. मैं पूरी रात रोड पर रहा. अगले दिन मैडम वहां से गईं. मैं ये कहना चाहता हूं कि आप जो अपने पति के लिए अपनापन दिखा रही हैं. ये अपनापन चुनाव से 5 महीने पहले क्यों नहीं दिखा, या चुनाव के दो महीने बाद क्यों नहीं दिखा. ये आज ही क्यों दिख रहा है. ज्योति सिंह के पिता लखनऊ आते हैं. वो कहते हैं कि हमारी बेटी को विधायक बना दीजिए. उसके बाद आपको उसके साथ रहना हो तो रहिएगा वरना छोड़ दीजिएगा. विधायक बनने के लिए कितना गिरोगी. आपको गिरना है, तो गिरिए. मैं मर्यादा के बाहर नहीं जा सकता. सबके आशीर्वाद से दुनिया पवन सिंह को पावर स्टार बोलती है.’
उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं 10 घंट-15 घंटे मेहनत करता हूं. जब घर लौटता हूं, तो लगता है कि मेरा बेटा या बेटी दरवाजा खोले. दरवाजा मेरा स्टाफ खोलता है या मेरी बूढ़ी मां खोलती है. इसके बाद हम लोग घर में एंट्री करते हैं. मित्र, भाई और स्टाफ मिलकर खाना बनाते हैं, खाते और सो जाते हैं. मैं भी इंसान हूं. थक जाता हूं कभी-कभी. आंसू गिर जाता है. दुनिया को दिख जाता है. मर्द का दर्द दुनिया को नहीं दिखता है. एक बात और जो लोग इस मैटर में मजे ले रहे हैं, उन्हें मैं इतना बता दूं कि फैमिली की बात कैमरे पर नहीं, कमरे में होती है.’
ये पहली बार नहीं है जब पवन सिंह ने पत्नी ज्योति के आरोपों को झूठा बताया हो. इससे पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दुनिया के सामने वो अपना पक्ष रख चुके हैं. पवन ने लिखा था, ‘मैं अपने जीवन में एक ही बात जानता हूं कि मेरे लिए जनता भगवान है. क्या मैं आप सब की जनभावना को ठेस पहुंचाऊंगा. जिनकी बदौलत मैं यहां तक पहुंचा हूं. ज्योति सिंह जी क्या ये सच नहीं है कि कल सुबह आप मेरी सोसायटी में आई तो मैंने सम्मान के साथ आपको अपने घर पर बुलाया. करीब 1.30 घंटे हम लोगों में बातचीत हुई. आपके द्वारा बस एक ही रट लगाई गई कि मुझे चुनाव लड़वाइये कैसे भी, जो कि मेरे बस का नहीं है. समाज में भ्रम फैलाया गया कि मैंने पुलिस बुलाई. जबकि सच्चाई ये है कि पुलिस सुबह से वहां इसलिए मौजूद थी ताकि जो भी हो उनकी उपस्थिति में हो.’
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