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‘सुहागन मरूं’, स्म‍िता पाट‍िल की आख‍िरी इच्छा, मेकअप आर्टिस्ट ने यूं की पूरी – Smita Patil death dress up suhagan Makeup artist Amitabh Bachchan tmovp


अमिताभ बच्चन जैसे बड़े बॉलीवुड स्टार्स के साथ काम कर चुके मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत ने स्मिता पाटिल को लेकर बात की है. अपने नए इंटरव्यू में दीपक ने स्मिता के आखिरी दिन के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि एक्ट्रेस हमेशा यह इच्छा जताती थीं कि उनकी मौत एक सुहागन के रूप में हो.

स्मिता पाटिल की इच्छा हुई पूरी

यूट्यूब चैनल रील मीट्स रियल पर दीपक ने कहा, ‘स्मिता पाटिल कहा करती थीं कि मुझे सुहागन बनाकर ले जाना. मैं उन्हें डांटता था कि ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए. वह अपनी मां से भी यही कहती थीं और वो भी उन्हें डांटती थीं.’ दीपक ने याद किया कि स्मिता का आखिरी मेकअप करने से पहले उनकी आंखें भर आई थीं. एक्ट्रेस के आखिरी दिन को याद करते हुए उन्होंने बताया, ‘उनके निधन के बाद उनकी बहन शिकागो से आ रही थी और उन्हें आने में 2-3 दिन लग गए. इस दौरान उनके शरीर को बर्फ पर रखा गया था और वह सूज गया था.’

दीपक ने कहा, ‘उनकी मां ने मुझे एक मेकअप किट दी और अमिताभ बच्चन और बाकी लोग वहां बैठे थे. उन्होंने सबके सामने मुझे मेकअप किट दी और कहा कि उनकी इच्छा थी कि वह सुहागन के रूप में जाएं. मैं रोने लगा और मैंने रोते हुए उनका मेकअप किया. मैंने उनका आखिरी मेकअप किया और मैंने उन्हें उनके आखिरी दिन बहुत खूबसूरत बनाया था.’

राज बब्बर संग था स्मिता का रिश्ता

स्मिता पाटिल, बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन अदाकारों में से एक थीं. अपने काम के साथ-साथ एक्टर राज बब्बर संग अपने रिश्ते के लिए भी उन्होंने सुर्खियां बटोरी थीं. राज पहले से ही नादिरा संग शादीशुदा थे. फिर भी उन्हें स्मिता से प्यार हो गया था. दोनों ने शादी की और बेटे प्रतीक का स्वागत किया. हालांकि स्मिता की डिलीवरी के दौरान आई मुश्किलों से मौत हो गई थी. इसके बाद राज, वापस पहली पत्नी नादिरा के पास चले गए थे. दोनों ने मिलकर अपने बच्चों आर्य और जूही के साथ प्रतीक की परवरिश की.

रेडिफ के साथ एक पुरानी बातचीत में राज बब्बर ने स्मिता के आखिरी पलों को याद किया था. उन्होंने बताया था, ‘घर से अस्पताल तक के पूरे सफर में वह बार-बार माफी मांगती रहीं और मैंने उन्हें कहा कि सब ठीक हो जाएगा. उन्होंने आंसुओं भरी आंखों से मुझे देखा. उनकी नजर ने सब कुछ कह दिया. एक घंटे बाद डॉक्टर बाहर आए और बताया कि वह कोमा में चली गई हैं. मैं उनका हिस्सा था और वह मेरा हिस्सा थीं. यह स्वाभाविक है कि आप उस व्यक्ति को याद करते हैं जो आपकी जिंदगी का दिल और आत्मा था, चाहे आप कितने भी बहादुर क्यों न हों. वह और उनकी यादें मेरे आखिरी दिन तक मेरे साथ रहेंगी.’

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