अक्टूबर में इस बार मौसम का मिजाज बदला-बदला सा है. कई शहरों में बारिश ने दशहरा का मजा तो किरकिरा किया ही था और अब करवा चौथ में चांद के दीदार पर भी बादलों का पहरा दिखाई दे रहा है. मौसम विभाग (IMD) ने करवा चौथ यानी 10 अक्टूबर के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. जिसमें बिहार में बादलों की लुका झुपी के बीच चांद दिखाई देना मुश्किल लग रहा है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, बिहार के आसमान में 10 अक्टूबर तक बादलों का कब्जा रह सकता है.
मुंबई में बारिश की संभावना
वहीं, मुंबई में बारिश होने की संभावना है. मौसम के बदले मिजाज की वजह से मुंबई में इस साल करवा चौथ के दिन बिना चांद देखे ही व्रत तोड़ने की स्थिति पैदा हो सकती है. राज्य मौसम विज्ञान ने महाराष्ट्र के अधिकतर जिलों में 11 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी कर रखा है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, मुंबई में पूरे सप्ताह रुक-रुक कर बारिश होने और बादल छाए रहने की संभावना है. बता दें कि सामान्यतः दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 8 अक्टूबर के आस-पास मुंबई से वापस लौटना शुरू कर देता है, लेकिन इस साल मॉनसून की विदाई में देरी हो रही है.
दिल्ली में दिवाली से पहले गुलाबी ठंड, करवा चौथ पर आसमान रहेगा साफ
दिल्ली-NCR में भी बारिश के कारण तापमान में गिरावट से करवा चौथ और दिवाली से पहले ही हल्की ठंड का अहसास शुरू हो गया है. 10 अक्टूबर को करवा चौथ का पर्व है. ऐसे में लोगों के जेहन में सवाल है कि क्या करवा चौथ पर चांद दिखेगा? ऐसे मौसम विभाग ने करवा चौथ के दिन के लिए भी मौसम का पूर्वानुमान बताया है. राष्ट्रीय राजधानी में करवा चौथ पर आसमान साफ रहने की उम्मीद है. इस दौरान दिल्ली में न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
बता दें कि उत्तर भारत के मैदानी इलाके पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से मॉनसून की वापसी तय समय से थोड़ा पहले हो गई थी लेकिन इसके बाद भी इन इलाकों में जो भारी बारिश हुई है, उसे बेमौसम गतिविधि कहा जा सकता है. आमतौर पर मॉनसून के लौटने के बाद भी हल्की बारिश होती है, लेकिन अक्टूबर की शुरुआत में भारी बारिश बहुत कम देखने को मिलती है.
मौसम पर पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं का असर
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, बारिश और बर्फबारी का दौर दो सिस्टम्स के मेल से शुरू हुआ है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र (Cyclonic Circulation) मैदानी इलाकों पर बना हुआ था और दूसरा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पहाड़ों पर एक्टिव था.
फिलहाल, चक्रवाती प्रणाली पश्चिमी राजस्थान और पंजाब के ऊपर चली गई है, जबकि पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के पास है. जिसके असर से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आज यानी 8 अक्टूबर को भी हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें देखने को मिल सकती हैं. इसका थोड़ा असर दिल्ली-एनसीआर के मौसम पर भी देखने को मिल सकता है.
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