क्या आपको कभी अचानक पैरों में ऐंठन या उंगलियों में झनझनाहट महसूस हुई है? क्या आपके नाखून आसानी से टूट जाते हैं? अगर हां तो आपको इन पर ध्यान देने की जरूरत है. ये छोटे-छोटे संकेत आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को दिखा सकते हैं.
जी हां, कैल्शियम सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए ही जरूरी नहीं होता है. ये आपके शरीर के अन्य कामों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है. मैक्स हेल्थकेयर, दिल्ली की क्लिनिकल न्यूट्रिशन और डायटेटिक्स एक्सपर्ट डॉ. उपासना पर्व कालरा के अनुसार, कैल्शियम दिल की धड़कन को कंट्रोल रखने, मसल्स के सही ढंग से काम करने और नसों की हेल्थ को सही रखने में भी मदद करता है. इसके बाद भी कई लोग शरीर में अपने कैल्शियम लेवल पर ध्यान नहीं देते हैं और उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आखिर कैल्शियम क्यों जरूरी है, इसके लक्षण और संकेत क्या हैं? चलिए जानते हैं.
क्यों जरूरी है कैल्शियम?
कैल्शियम आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी मिनरल है. ये बात बिल्कुल भी गलत नहीं है कि हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है, लेकिन बाकी फंक्शंस के लिए भी ये उतना ही जरूरी है. दरअसल, आपके शरीर में लगभग 99% कैल्शियम हड्डियों में होता है, जो उन्हें मजबूत बनाता है. बाकी 1% कैल्शियम खून और सॉफ्ट टिशू में होता है, जो मसल्स की स्पीड, नर्व मैसेज, खून का थक्का जमना, दिल की धड़कन और हार्मोंस की वर्किंग जैसे कई जरूरी कामों में मदद करता है.
अगर आपको खाने से शरीर की जरूरत के अनुसार कैल्शियम नहीं मिलता, तो आपका शरीर हड्डियों से कैल्शियम लेता है, जिससे समय के साथ हड्डियों की कमजोरी और अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं.
कैल्शियम की कमी के लक्षण और संकेत
- मसल्स में ऐंठन या झटके, खासकर पैर या पीठ में
- उंगलियों या मुंह के आसपास झनझनाहट या सुन्नपन
- हमेशा थकान या एनर्जी की कमी महसूस होना
- कमजोर या आसानी से टूटने वाले नाखून
- दांतों की समस्याएं, जैसे सड़न या मसूड़ों में जलन
- छोटी चोटों से भी हड्डियों का बार-बार टूटना
- बच्चों में धीमी ग्रोथ या कमजोर हड्डियां
- दिल की अनियमित धड़कन या दिल संबंधी बीमारियां
- याददाश्त में कमी, ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल या मानसिक कमजोरी
डॉ. कालरा के अनुसार, बूढ़े लोगों, खासकर पीरियड्स के बाद की महिलाओं में हड्डियां पतली होने का खतरा ज्यादा होता है, जिससे ऑस्टियोपीनिया या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
कैल्शियम की कमी के नॉर्मल कारण
1. खराब डाइट (यानी डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां या फोर्टिफाइड फूड्स न खाना)
2. विटामिन डी की कमी, जिससे शरीर कैल्शियम को ठीक से नहीं सोख पाता है.
3. हार्मोन संबंधी समस्याएं
4. सीलिएक डिजीज, आंत में सूजन या किडनी की समस्या.
5. मेनोपॉज, जिससे हड्डियों की मजबूती समय के साथ कम हो जाती है.
6. प्रेग्नेंसी, क्योंकि इस दौरान शरीर को ज्यादा पोषण की जरूरत होती है.
7. कुछ दवाओं के कारण, जो शरीर में कैल्शियम के बैलेंस को प्रभावित कर सकती हैं.
कैसे बढ़ाएं कैल्शियम?
अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी है तो आपको सप्लिमेंट्स लेने की जरूरत नहीं है. आप शरीर में कैल्शियम की कमी को डाइट और लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव करके आसानी से पूरा कर सकते हैं.
डाइट में शामिल करें ये फूड्स: अगर आप अपने शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी करना चाहते हैं तो कैल्शियम से भरपूर फूड्स को अपने खाने में शामिल करें. दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियों, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, मछली और फोर्टिफाइड फूड्स में कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव: आपको अपनी लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने की जरूरत होती है. रोजाना 10-15 मिनट धूप में बैठें, ताकि विटामिन डी मिले. इसके साथ ही वॉक करें, योग या वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करें और धूम्रपान, ज्यादा कैफीन और शराब पीने से बचें, क्योंकि ये हड्डियों को कमजोर कर सकते हैं.
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