बागपत के दोघट थाना क्षेत्र के हिम्मतपुर सूजती गांव में इन दिनों एक रहस्यमय और रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना ने लोगों की नींद उड़ा दी है. यहां गांव के श्मशान घाट से जलती चिता से मुर्दों की अस्थियां गायब हो रही हैं. ग्रामीणों ने इसके पीछे तांत्रिक क्रिया का अंदेशा जताया है.
दरअसल, ग्रामीणों का कहना है कि अगर गांव में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसका अंतिम संस्कार गांव के श्मशान घाट पर किया जाता है. लेकिन तीन दिन बाद जब अस्थियां विसर्जन के लिए परिवार के लोग श्मशान पहुंचते हैं, तो उन्हें चिता के पास तांत्रिक क्रिया का सामान और अधजली लकड़ियां मिलती हैं.
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इसके अलावा अस्थियां भी गायब मिलती हैं. गांव के लोग बताते हैं कि यह सिलसिला पिछले आठ महीनों से जारी है. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा कि आखिर कौन जलती चिता से अस्थियां निकाल ले जा रहा है? कुछ ग्रामीणों को शक है कि यह किसी तांत्रिक द्वारा तंत्र-मंत्र के लिए किया जा रहा है, जो काला जादू करने के लिए ऐसा कर रहा है.
क्या है मामला
हाल ही में गांव में हुई एक मौत के बाद परिवार जब श्मशान पर अस्थियां लेने गया तो वहां का मंजर देखकर सबके होश उड़ गए. क्योंकि चिता के पास एक दीपक और 2 उपले जलते मिले. जिसे देखकर ऐसा लगा कि किसी तांत्रिक ने तंत्र-मंत्र की पूजा की हो. साथ ही अस्थियों के कुछ टुकड़े भी गायब थे. ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना के बाद उन्होंने रात में श्मशान पर पहरा देना शुरू कर दिया है.
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कई बार उन्होंने समूह बनाकर रात गुजारी, लेकिन फिर भी सुबह चिता के साथ छेड़छाड़ पाई जाती है. वहीं ग्राम प्रधान ने कहा कि गांव में पहले भी ऐसी बातें सुनने में आई थीं, लेकिन अब घटनाएं खुलकर सामने आ रही हैं. यह मामला बेहद गंभीर है. अधिकारियों से मिलकर इसकी जांच की मांग की जाएगी ताकि असलियत का खुलासा हो सके.
इसके अलावा गांव के ही एक बुजुर्ग का कहना है कि 7-8 महीने से ऐसा हो रहा है कि श्मशान घाट से अस्थियां गायब हो रहीं हैं. पहले भी कई लोगों की अस्थियां नहीं मिल पाई. ये कौन है? कौन नहीं इसका पता नहीं चल पाया है? रात में पहरा भी लगाया गया लेकिन समाधान नहीं हुआ. इसके पीछे कोई तांत्रिक हो सकता है जो ये काम कर रहा है.
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