चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में विकास कार्यों की झोली खोल दी. इसकी जानकारी खुद सीएम नीतीश ने अपने X हैंडल से दी. नीतीश ने आज मुजफ्फरपुर जिले के सकरा वाजिद में 1333.17 करोड़ रुपए की लागत से कुल 22 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया. इन योजनाओं में प्रगति यात्रा के दौरान जिले के लिए घोषित परियोजनाओं का शिलान्यास भी शामिल था. इससे जिले में विकास को नई गति और दिशा मिलेगी और स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा.
नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों, जीविका दीदियों, विद्युत उपभोक्ताओं और अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम में भी भाग लिया. इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना और संबंधित पदाधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया.
मेट्रो को दिखाई हरी झंडी
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने पटना में मेट्रो रेल सेवाओं का शुभारंभ किया. पहले चरण में तीन मेट्रो स्टेशन- आईएसबीटी, जीरोमाइल और भूतनाथ को जोड़ते हुए कुल 4.3 किमी लंबे रूट पर मेट्रो परिचालन शुरू हुआ. मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के बाद सीएम नीतीश ने कहा कि यह परियोजना आधुनिक, पर्यावरण के अनुकूल और सुगम यातायात व्यवस्था को विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. इससे रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और पटना के लोगों के आवागमन में सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
करोड़ों की परियोजनाओं की सौगात
साथ ही, मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग की 4982 करोड़ रुपए की 14 योजनाओं, भवन निर्माण विभाग की 950.15 करोड़ रुपए की 67 योजनाओं, ऊर्जा विभाग की 5847.66 करोड़ रुपए की 264 योजनाओं और पथ निर्माण विभाग की 1083 करोड़ रुपए की 15 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया. इन परियोजनाओं के माध्यम से सड़कों, पुलों और अन्य यातायात अवसंरचनाओं का विकास, ऊर्जा आपूर्ति का सुदृढ़ीकरण और बाढ़ एवं सिंचाई प्रबंधन में सुधार सुनिश्चित होगा.
महिलाओं को 10 हजार की आर्थिक मदद
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत राज्य की 21 लाख महिला लाभुकों को 10,000 रुपए प्रति लाभुक की दर से कुल 2100 करोड़ रुपए का अंतरण किया. यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है, जिससे राज्य और देश के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा.
नीतीश कुमार की यह सक्रियता चुनावी माहौल में उनके नेतृत्व और विकास योजनाओं की छवि को मजबूत करने की रणनीतिक पहल मानी जा रही है.
—- समाप्त —-