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कई कातिल, सात समंदर पार कत्ल और निशाना बने भारतीय… दहला देंगी जुर्म की ये खौफनाक कहानियां – indians killed in america 2025 murders attacks hate crime cases NTCPVZ


Indian killed in USA: सन् 2025 में अमेरिका में भारतीय एवं भारतीय मूल के प्रवासियों के खिलाफ हिंसक वारदातों का एक हैरान करने वाला सिलसिला सामने आया है. जिसमें गोलीबारी, चाकूबाजी, गर्दन काटने जैसी खौफनाक वारदातें शामिल हैं. कई मामलों में कार्यस्थल विवाद, डकैती या रोज़मर्रा के झगड़ों को वजह बताया गया है. लेकिन वहां की पुलिस और कानून इन घटनाओं को ‘हेट क्राइम’ कहने से गुरेज करता है. लेकिन ये सिलसिलेवार घटनाएं भारतीय समुदाय में सुरक्षा को लेकर खौफ भर देती हैं. उन्हें चिंता में डाल देती हैं. 

5 अक्टूबर 2025
पेंसिल्वेनिया – राकेश एहागाबन की हत्या
सबसे ताजा मामला 5 अक्टूबर का है. पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग इलाके में 51 वर्षीय भारतीय मूल के राकेश एहागाबन को उनके मोटल के बाहर गोली मार दी गई. 37 वर्षीय आरोपी स्टेनली यूजेन वेस्ट मोटल का मेहमान था, जो कुछ समय से वहीं रह रहा था. जब एहागाबन ने उससे पूछा, ‘तुम ठीक हो?’ (Are you alright, bud?), तो वेस्ट ने उसके सिर पर एक शॉट किया और फरार हो गया.
 
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी का पीछा किया. फिर पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हो गई और अंततः उसे गिरफ्तार किया गया. वेस्ट पर हत्या, हत्या प्रयास और लापरवाही से खतरा उत्पन्न करने जैसे आपराधिक आरोप लगाए गए हैं. यह घटना दिखाती है कि भारतीय व्यापारियों और प्रवासियों को अमेरिका में किस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ सकता है.

3 अक्टूबर 2025
टेक्सास – चंद्रशेखर पोल का कत्ल
3 अक्टूबर 2025 की रात टेक्सास के डेंटन जिले में स्थित एक पेट्रोल पंप पर काम कर रहे 27 वर्षीय भारतीय छात्र चंद्रशेखर पोल को गोली मार दी गई. वह भारत के हैदराबाद का निवासी था और अमेरिका में F-1 वीजा पर पढ़ाई कर रहा था. लोकल पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह वारदात एक संभावित डकैती प्रयास के दौरान हुई.

चंद्रशेखर ने अमेरिका में डेंटल सर्जरी विषय में मास्टर डिग्री हासिल की थी और वह नौकरी की तलाश में थे. यह हत्या भारतीय छात्र समुदाय में भय और निराशा की लहर भर गई.

2 अक्टूबर 2025
नॉर्थ कैरोलिना – अनिल और पंकज पटेल का मर्डर
2 अक्टूबर 2025 को नॉर्थ कैरोलिना के चार्लोट में स्थित एक मोटल लैंप लाइटर इन में दो गुजराती मूल के व्यक्तियों अनिल पटेल और पंकज पटेल की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. घटना दोपहर लगभग 1:15 बजे हुई, जब हमलावरों ने मोटल के पार्किंग क्षेत्र में सात राउंड गोली चलाई. पुलिस के मुताबिक घटना के बाद एक संदिग्ध ओजुना सिएरा को फ्लोरिडा में गिरफ्तार किया गया.

कुछ प्रारंभिक रिपोर्टों ने इस हत्या को डकैती-संबंधित घटना से जोड़ने की कोशिश की है. इस हमले को एक संगठित और योजनाबद्ध हमला बताया गया है, न कि एक त्वरित झड़प. जिससे यह मामला भारतीय प्रवासी सुरक्षा को एक भयावह नजरिया देता है.

19 सितंबर 2025
साउथ कैरोलिना – किरण पटेल की हत्या
19 सितंबर 2025 को साउथ कैरोलिना में 49 वर्षीय किरण पटेल को एक गैस स्टेशन / कन्वीनियंस स्टोर परिसर में गोली मार दी गई. वह एक गुजराती मूल की महिला थीं. घटना को डकैती के प्रयास के संदर्भ में देखा गया है. घटना के एक सप्ताह बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. यह हत्या भारतीय समुदाय विशेषकर महिलाओं के लिए असुरक्षा की चेतावनी बन गई.

10 सितंबर 2025
डलास, टेक्सास – चंद्रमौली बॉब नागमल्लैया की हत्या 

10 सितंबर 2025 को डलास, टेक्सास के डाउनटाउन सूट्स मोटल में 50 वर्षीय चंद्रमौली बॉब नागमल्लैया की उनके सहकर्मी ने बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या की वजह एक टूटी वॉशिंग मशीन को लेकर विवाद बताया गया था. आरोपी, क्यूबा का नागरिक योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज था. उसने चंद्रमौली बॉब पर चाकू से हमला किया. एक बाद एक कई वार किए और बाद में उनका सिर काट दिया. यह खौफनाक वारदात उनकी पत्नी और 18 वर्षीय बेटे की आंखों के सामने हुई.

हैवान कातिल ने बाद में कटे हुए सिर को बॉल की तरह लात मारी और फिर उस कटे हुए सिर को कूड़ेदान में फेंक दिया. बाद में पुलिस के आ जाने वो उसे उठाकर ले जाते हुए देखा गया. यह खौफनाक वारदाक वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. जिसे देखकर हर कोई दहल गया. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस घटना का जिक्र करते हुए दोषी को कड़ी सजा दिलाने की बात कही थी. यह वारदात न केवल भारतीय प्रवासी समुदाय में डर का कारण बनी, बल्कि अमेरिका में प्रवासी संघर्ष की जटिल चुनौतियों पर भी सवाल खड़े है.

सितंबर 2025
कैलिफोर्निया – कपिल की हत्या 

सितंबर 2025 में कैलिफोर्निया के लोस एंजेलिस में हरियाणा के कपिल नामक युवक की हत्या कर दी गई. कत्ल की वजह सिर्फ इतनी थी कि कपिल ने एक शख्स को सार्वजनिक जगह पर पेशाब करने से रोकने की कोशिश की थी. कपिल ने अमरीका में दाखिल होने के लिए लगभग ₹45 लाख खर्च किए थे और वह एक सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करते थे. इस वारदात की रिपोर्ट आने के बाद भारत और स्थानीय प्रशासन ने इस मुद्दे पर संवेदनशीलता और सुरक्षा की मांग की. 

वर्षीय भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ का मर्डर
सितंबर की शुरुआत में एक 30 वर्षीय भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ मोहम्मद निज़ामुद्दीन को कैलिफोर्निया में पुलिस ने गोली मारी थी. पुलिस का दावा था कि उन्होंने अपने रूममेट पर चाकू से वार किया था. हालांकि कहानी कुछ और थी. उनके परिवार ने नस्ल-भेद की आशंका जताई थी और उस होनहार भारतीय की मौत को लेकर गहन जांच की मांग की थी. बहुत से लोगों ने इसे हेट क्राइम या नस्लीय भेदभाव की घटना ही बताया था. भारतीय समुदाय और NRI मीडिया में इसे बड़ी संवेदनशीलता से देखा गया.

ट्रेंड्स, पैटर्न और सुरक्षा की चिंता
इन घटनाओं का विश्लेषण करने पर कुछ चिंताजनक पैटर्न उभरते हैं. अधिकांश हमले रात या कम रोशनी में होते हैं, जिसमें चोरियां या विवाद कथित कारण बताये जाते हैं. कई मामलों में हत्याएं काम पर, मोटल या पेट्रोल पंप जैसे सार्वजनिक या अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर हुईं. खास बात यह है कि इन घटनाओं को हेट क्राइम का टैग नहीं दिया गया, जिससे यह साफ नहीं है कि उनमें किसी जाति-धारणा या नस्लीय नफरत थी या नहीं.

भारतीय प्रवासी इस दबाव में रहते हैं कि उन्हें कम से कम कार्रवाई या संरक्षण मिले. लेकिन इन हत्याओं से यह भरोसा और कम होता जा रहा है. पुलिसिया जवाबदेही, प्रवासी सहायता तंत्र, भारतीय दूतावास सम्बन्धी सहयोग इन सभी व्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ गया है. अमेरिका में बसे भारतीयों के लिए यह समय सिर्फ डर एवं सावधानी का नहीं, बल्कि एक साझा आवाज उठाने का है.

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