बिहार में शनिवार को आंधी-तूफान और वज्रपात की चपेट में आने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 13 लोग घायल हो गए. राज्य के कई जिलों में मौसम के अचानक बिगड़ने से तबाही जैसे हालात बन गए. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, वज्रपात से सात और अत्यधिक वर्षा व आंधी-तूफान से तीन लोगों की जान गई है.
विभाग के संयुक्त सचिव ने बताया कि वज्रपात की घटनाएं पश्चिम चंपारण, भोजपुर, जहानाबाद, किशनगंज और अरवल जिलों में दर्ज की गईं. इनमें पश्चिम चंपारण में दो, भोजपुर में एक, जहानाबाद में एक, किशनगंज में एक और अरवल में दो लोगों की मौत हुई. वहीं, अत्यधिक वर्षा और आंधी-तूफान से वैशाली, रोहतास और मुजफ्फरपुर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है.
सरकार ने मुआवजे की घोषणा की
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए आर्थिक सहायता की घोषणा की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मृतकों के आश्रितों को अविलंब चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान दिया जाए. भोजपुर जिले में मृतक के परिजन को 12 घंटे के भीतर ही यह राशि प्रदान कर दी गई है, जबकि अन्य जिलों में मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया जारी है.
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, मौसम की अचानक खराबी से कई स्थानों पर पेड़ गिरने, बिजली गुल होने और ग्रामीण इलाकों में झोपड़ियों को नुकसान पहुंचने की घटनाएं भी सामने आई हैं. कई जिलों में खेतों में काम कर रहे किसान वज्रपात की चपेट में आ गए, जिससे कुछ घायल भी हुए हैं. घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में अगले 24 घंटे तक भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुले मैदानों या खेतों में काम करते समय सावधानी बरतें, पेड़ों के नीचे न ठहरें और मौसम के अनुकूल ही घर से बाहर निकलें.
बिहार में मानसून के अंतिम दौर में अक्सर इस तरह की घटनाएं होती हैं, लेकिन इस बार आंधी-तूफान के साथ वज्रपात की तीव्रता अधिक रही. पिछले कुछ हफ्तों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में वज्रपात से दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने जिला प्रशासन को सतर्क रहने और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है.
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