0

POK में बगावत के बीच चर्चा में पाकिस्तान का ‘लांडा बाजार’, PAK आर्मी का जमकर उड़ रहा मजाक – pok protest soldiers uniforms helmets shields mocking pak army tstf


पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. यहां पर चार दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन अब पाकिस्तानी सरकार और सेना के लिए सिरदर्द बन गया है. प्रदर्शनकारी न सिर्फ अपनी 38 मांगों पर अड़े हुए हैं, बल्कि खुलेआम पाकिस्तानी सेना का मजाक भी उड़ा रहे हैं.

दरअसल, इस पूरे बवाल के बीच एक वीडियो सामने आया है जिसने पाकिस्तान की फजीहत और बढ़ा दी है. वीडियो में प्रदर्शनकारी पाकिस्तानी सेना की वर्दी, हेलमेट और अन्य सामान को महज 10 रुपये में बेचते दिखाई दे रहे हैं. सड़क किनारे लगी जालियों पर सैनिकों के यूनिफॉर्म और हेलमेट टंगे हुए नजर आते हैं और लोग हंसते हुए कह रहे हैं कि ये सब सिर्फ 10 रुपये में. यह नजारा सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और पाकिस्तान की सेना की जमकर खिल्ली उड़ाई जा रही है.

प्रदर्शनकारियों का विद्रोही रुख

पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक,PoK में प्रदर्शनकारी किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने पाकिस्तान सरकार के सामने 38 प्रमुख मांगें रखी हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे 70 साल से अपने बुनियादी अधिकारों से वंचित हैं और अब या तो उनकी मांगें पूरी होंगी या जनता का गुस्सा झेलना पड़ेगा.

देखें वायरल वीडियो

 

 

‘लांडा बाजार’ तक पहुंची पाकिस्तानी सेना की वर्दी

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का दावा है कि अब प्रदर्शनकारियों द्वारा पकड़े गए पाकिस्तानी सैनिकों की वर्दी और हेलमेट पाकिस्तान के ‘लांडा बाजार’ तक पहुंच चुके हैं. यहां इन्हें बेहद सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है. बता दें, पाकिस्तान में ‘लांडा बाजार’ दरअसल एक तरह का फ्ली मार्केट है, जहां पुराने या सेकेंड-हैंड कपड़े और सामान बेहद कम कीमतों पर बिकते हैं. यह बाजार देश के कई हिस्सों में मौजूद है, लेकिन इनमें सबसे प्रसिद्ध और बड़ा ‘लांडा बाजार’ लाहौर शहर में स्थित है.

हिंसक झड़पों में मौतें
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक,इस विरोध ने हिंसक रूप ले लिया है. PoK में हुए टकराव में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. इसके अलावा 172 पुलिसकर्मी और 50 से ज्यादा नागरिक घायल बताए जा रहे हैं. गुरुवार को हड़ताल के चलते पूरे PoK में व्यापार ठप हो गया और संचार व्यवस्था भी बाधित रही. धीरकोट और अन्य इलाकों में भारी हिंसा हुई, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं.

—- समाप्त —-