संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यदि हमास अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा शांति योजना को अस्वीकार करता है, तो इजरायल ‘अपना काम पूरा’ करेगा और सभी बंधकों को घर वापस लाएगा. डैनन ने कहा, ‘यदि वे शांति योजना को ठुकराते हैं, तो इजरायल आसान रास्ते से या कठिन रास्ते से अपना काम पूरा करेगा. हम बंधकों के लौटने का और इंतजार नहीं कर सकते. यह न केवल बंधकों को वापस लाने की योजना है, बल्कि 7 अक्टूबर 2023 को शुरू गए आतंक की तानाशाही को समाप्त करने की योजना भी है.’
डैनी डैनन का यह बयान संयुक्त राष्ट्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आया, जो इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले की दूसरी वर्षगांठ पर था, जिसने गाजा युद्ध को जन्म दिया. ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में गाजा शांति योजना का खुलासा किया. 20-सूत्री इस योजना में तत्काल युद्धविराम, 72 घंटों में 20 जीवित इजरायली बंधकों की रिहाई और 24 मृत बंधकों के शवों की वापसी, और बदले में इजरायल द्वारा सैकड़ों फिलीस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है.
ट्रंप के गाजा शांति योजना में क्या-क्या है?
गाजा शांति योजना में हमास को हथियार डालने, गाजा में अपनी सुरंगों और हथियार उत्पादन सुविधाओं को नष्ट करने और तत्कालीन शासन के तहत गाजा का प्रशासन चलाने का प्रावधान है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हमास और इजरायल के बीच गाजा को लेकर शांति समझौता होगा, लेकिन यदि हमास यह योजना अस्वीकार करता है, तो हमास के खतरे को नष्ट करने के लिए इजरायल को मेरा पूर्ण समर्थन होगा.’
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इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, ‘यदि हमास गाजा शांति योजना को स्वीकार करने का दिखावा करता है, लेकिन इसकी शर्तों को पूरा नहीं करता, तो इजरायल खुद बचा हुआ काम पूरा करेगा.’ इस शांति योजना में गाजा का पुनर्निर्माण, मानवीय सहायता का बहाल होना और फिलिस्तीनी राष्ट्र की संभावना का द्वार खुला रखा गया है, लेकिन हमास को गाजा के शासन में कोई भूमिका नहीं दी गई. हालांकि, हमास ने अभी तक योजना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
यूरोप और मध्य पूर्व के देशों ने किया स्वागत
यूरोप और मध्य पूर्व के देशों के नेता इस शांति योजना का स्वागत कर चुके हैं, लेकिन गाजा में कुछ लोग संशयपूर्ण हैं. युद्ध के दो वर्षों में गाजा में 66,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. यदि हमास इस शांति योजना को अस्वीकार करता है, तो इजरायल गाजा में अपना सैन्य अभियान जारी रखेगा और उसे अमेरिका का भी पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में धावा बोल दिया था और 1200 से अधिक इजरायली नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था. इसका बदला लेने के लिए इजरायल ने हमास के खात्मे की कसम खाई थी और गाजा में सैन्य अभियान शुरू किया था.
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