छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने बड़ी बेरहमी के साथ एक शख्स को उसके घर से खींचकर मौत के घाट उतार दिया. नक्सलियों को उस शख्स पर पुलिस का मुखबिर होने का शक था. बस इसी शक के चलते उन्होंने सरेआम उसकी तेजधार हथियार से वार कर हत्या कर दी. इस खूनी वारदात ने पूरे गांव को दहला कर रख दिया है.
बीजापुर पुलिस के अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि यह घटना बुधवार रात उसूर थाना क्षेत्र के पुजारीकांकर गांव में हुई. नक्सलियों का शिकार बने शख्स की पहचान मड़कम भीमा के रूप में हुई है.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, माओवादियों का एक समूह उसके घर में घुस गया और उसे बाहर खींच लिया. उन्होंने पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाकर धारदार हथियार से हमला कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. गुरुवार सुबह इस घटना की सूचना मिलने पर एक पुलिस दल मौके पर भेजा गया है.
सुकमा जिले में भी मर्डर
एक अन्य घटना में, पड़ोसी सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित किस्टाराम थाना क्षेत्र के साल्टोंग गांव में बुधवार रात अज्ञात लोगों ने एक 55 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित किस्टाराम थाना क्षेत्र के साल्टोंग गांव में हुई.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अज्ञात लोगों के एक समूह ने पीड़ित, जिसकी पहचान रावा सोना के रूप में हुई है, को उसके घर के बाहर बुलाया. उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने उसे लाठियों से बेरहमी से पीटा और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर कोई माओवादी पर्चे नहीं मिले हैं और नक्सली पहलू सहित सभी संभावित पहलुओं पर जांच जारी है.
अब तक जा चुकी है 38 लोगों की जान
इस घटना के साथ, इस साल अब तक बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में माओवादी हिंसा में लगभग 38 लोगों की जान जा चुकी है.
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