नवरात्रि के दिनों में भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं. पूजा करने के साथ-साथ कई लोग पूरे नौ दिनों तक उपवास/व्रत भी रखते हैं. इस दौरान ज्यादातर लोग फल, हल्का या सात्विक भोजन खाते हैं. क्योंकि इन दिनों लोग बहुत हल्का खाना खाते हैं, इसलिए शरीर का मेटाबॉलिज्म थोड़ा धीमा हो जाता है. अगर उपवास खत्म होने के बाद अचानक भारी, तैलीय या मसालेदार खाना खा लिया जाए तो डाइजेस्टिव सिस्टम पर जोर पड़ सकता है और आपको एसिडिटी, गैस, पेट फूलने या कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में जितना जरूरी उपवास रखना और उसके नियम निभाना है, उतना ही जरूरी है कि उसे सही तरीके से खत्म किया जाए. आज हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि का व्रत खत्म करते समय किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए.
1. हल्का और सिंपल खाना खाएं: नवरात्रि में 8-9 दिनों तक उपवास के बाद आपका डाइजेस्टिव सिस्टम थोड़ा सेंसिटिव हो जाता है. इसलिए सीधे तली-भुनी या मसालेदार चीजें खाने से बचें और हल्का भोजन लेकर शुरुआत करें. आप फल, एक गिलास छाछ या नारियल पानी, खिचड़ी जैसे हल्के और सिपंल फूड्स खा सकते हैं. ये पेट को आराम देते हैं और शरीर को धीरे-धीरे नॉर्मल डाइट की आदत में लौटने में मदद करते हैं.
2. हाइड्रेट करें: उपवास के दौरान अक्सर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए भारी खाना खाने से पहले पानी या किसी भी तरह का लिक्विड लेना बहुत जरूरी है. आप नींबू डालकर गर्म पानी, अदरक, तुलसी या सौंफ की हर्बल चाय और सब्जियों का सूप पी सकते हैं. ये शरीर को हाइड्रेट करते हैं और डाइजेशन को धीरे-धीरे तैयार करते हैं, जिससे आपका शरीर आसानी से खाना पचा सके.
3. धीरे-धीरे पका हुआ खाना शुरू करें: उपवास खत्म होने के बाद तुरंत पराठा, पूरी या भारी करी न खाएं. पहले उबली या स्टीम्ड चीजें खाएं. ये हल्के होते हैं और आसानी से पच जाते हैं. 1–2 दिन में धीरे-धीरे आप अपना नॉर्मल खाना शुरू कर सकते हैं. इससे आपके पेट पर ज्यादा दवाब नहीं पड़ता है.
4.ज्यादा स्पाइसी, ऑयली या मीठे फूड्स से बचें: उपवास के बाद आपका मन स्पाइसी, ऑयली या मीठे फूड्स खाने का कर सकता है, लेकिन इन्हें तुरंत खाने से पेट में परेशानी हो सकती है. व्रत के बाद पहले भोजन में पकौड़े, पूरी, समोसे, बहुत ज्यादा मिठाई और बहुत तीखी चीजें न खाएं.
5. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं खाना: उपवास के बाद एक बार में बहुत सारा खाना खाने के बजाय, दिन में कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना ठीक रहता है. इससे आपका डाइजेसन धीरे-धीरे नॉर्मल होता है और पेट पर दबाव नहीं पड़ता.
6. प्रोबायोटिक्स और फाइबर शामिल करें: उपवास कभी-कभी आपके पेट की हेल्थ को प्रभावित कर सकता है, इसलिए खाने में प्रोबायोटिक्स और फाइबर जरूर शामिल करें. आप दही या छाछ, खीरे और गाजर के साथ फ्रेश सलाद खा सकते हैं. ये सभी पेट को हेल्दी रखते हैं.
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