Hyundai September Sales: कार कंपनियों के लिए बीता सितंबर काफी शानदार साबित हो रहा है. जीएसटी छूट के बाद वाहनों के दाम में आई गिरावट का असर सेल्स चार्ट पर दिखने लगा है. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने इस महीने इतिहास की सबसे बड़ी मासिक बिक्री दर्ज की है. बीते सितंबर में कंपनी ने कुल 70,347 वाहन बेचे हैं. जिसमें घरेलू बिक्री 51,547 यूनिट और एक्सपोर्ट 18,800 वाहन शामिल हैं. यह पिछले साल सितंबर की तुलना में 10% की वृद्धि दर्शाता है. पिछले साल सितंबर में कंपनी ने कुल (डोमेस्टिक और एक्सपोर्ट) 64,201 वाहनों की बिक्री की थी.
CRETA और VENUE की रिकॉर्ड बिक्री
घरेलू बाजार में एसयूवी की मांग में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. हुंडई ने अपने बयान में कहा है कि, घरेलू बिक्री में एसयूवी का हिस्सा 72.4% तक पहुंच गया है. जो कंपनी के इतिहास में सबसे अधिक है. इस दौरान CRETA ने 18,861 यूनिट्स के साथ अपनी अब तक की सबसे ज्यादा बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है, जबकि VENUE ने 20 महीनों में सबसे अधिक 11,484 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की है.
GST और नवरात्रि का असर
हुंडई मोटर इंडिया के डायरेक्टर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, तरुण गर्ग ने कहा, “जीएसटी 2.0 और फेस्टिव सीजन का सीधा असर वाहनों की बिक्री पर देखने को मिला है. GST 2.0 सुधारों के माध्यम से लाखों लोगों की आकांक्षाओं को नई दिशा मिली है. इस सुधार के बाद हमारे घरेलू और निर्यात बाजारों में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिल रही है.”
सितंबर सेल्स की ख़ास बातें
- 18,861 यूनिट्स के साथ CRETA ने अब तक की ज्यादा मासिक बिक्री दर्ज की.
- 37,313 यूनिट्स के साथ SUV की बिक्री में 72.4% ग्रोथ, हुंडई के इतिहास में सबसे अधिक.
- 11,484 यूनिट्स के साथ 20 महीनों में Venue की सबसे ज्यादा मासिक बिक्री.
- निर्यात में 44% की सालाना बढ़ोतरी, सितंबर 2025 में 18,800 यूनिट्स, जो पिछले 33 महीनों में सबसे अधिक है.
- अप्रैल-सितंबर 2025 में कुल निर्यात 99,540 यूनिट्स, सालाना आधार पर 17% की वृद्धि.
एक्सपोर्ट में भी नया कीर्तिमान
वाहनों के एक्सपोर्ट में भी हुंडई ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. कंपनी का कहना है कि, सितंबर में निर्यात 18,800 यूनिट्स तक पहुंचा, जो पिछले 33 महीनों में सबसे अधिक है. अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान कुल निर्यात 99,540 यूनिट्स रहा, जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 17% अधिक है.
तरूण गर्ग ने आगे कहा, “यह ‘Make in India’ का जीवंत उदाहरण है. एसयूवी और एक्सपोर्ट बिक्री की में आई यह तेजी भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने में मदद करती है.”
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