गुजरात का बनासकांठा जिला इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ की मार झेल रहा है. लगातार हो रही बारिश ने यहां जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई गांवों में चार से पांच फीट तक पानी भर गया है, जिससे गांवों का संपर्क आपस में टूट गया है. खेत तालाब जैसे दिख रहे हैं और पशुधन बहने की खबरें भी सामने आई हैं. ग्रामीणों का जीवन संकट में है और लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में सुईगाम और उसके आसपास के गांव शामिल हैं. यहां बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. सुईगाम से नडाबेट जाने वाले हाइवे पर पानी भर गया, जिसके चलते एक एसटी बस फंसकर पानी में डूब गई. हाइवे के किनारे की कई दुकानें भी जलमग्न हो गई हैं, जिससे व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है.
यहां देखें Video
हालात इतने गंभीर हैं कि जिला प्रशासन को मौके पर पहुंचना पड़ा. कलेक्टर मिहिर पटेल खुद ट्रैक्टर पर बैठकर सुईगाम पहुंचे और प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. कई गांवों में अभी भी ग्रामीण छतों पर फंसे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: वृंदावन में बाढ़ का जायजा लेने निकले प्रेमानंद महाराज, स्टीमर पर सवार होकर देखा यमुना का रौद्र रूप, बोले- जल्द दूर होगा संकट
कलेक्टर ने कहा कि सभी गांवों से संपर्क बहाल कर दिया गया है और प्रभावित परिवारों को फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं. पानी का स्तर अधिक होने से राहत कार्यों में कुछ परेशानी आ रही है, लेकिन टीमें लगातार काम कर रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश ने इस बार भारी तबाही मचाई है. गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित है, पशुधन का नुकसान हुआ है और खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. प्रशासन का दावा है कि हालात पर नियंत्रण पाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं.
—- समाप्त —-
रिपोर्ट: परेशकुमार किशनलाल पढियार