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India US Trade: अमेरिका भारत पर सिर्फ 10-15% लगा सकता है टैरिफ, ट्रेड डील भी जल्‍द! – Trade Deal US May Reduce Trump Tariff upto 10 percent on India


भारत को बहुत जल्‍द अमेरिका से बड़ी खुशखबरी मिलने की उम्‍मीद है. सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्‍वरन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका जल्‍द ही भारतीय वस्‍तुओं पर लगाए गए 25% पेनल्‍टी टैरिफ को हटा सकता है. इतना ही नहीं अमेरिका भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariffs) को भी मौजूदा 25% से घटाकर 10 से 15 फीसदी कर सकता है. 

अगर ऐसा होता है तो भारत के लिए यह दोगुनी खुशखबरी होगी और फिर से अमेरिका में भारत के प्रोडक्‍ट्स की डिमांड बढ़ जाएगी. एक्‍स्‍ट्रा टैरिफ हटाने और रेसिप्रोकल टैरिफ कम होने से भारत का अमेरिका को निर्यात भी बढ़ जाएगा. 

भारत और अमेरिका के बीच चल रही बात 
भारत और अमेरिका के बीच व्‍यापार को लेकर बातचीत चल रही है. नागेश्वरन ने कहा कि नई दिल्ली और वाशिंगटन व्यापार समझौते के लिए अपनी बातचीत जारी रखे हुए हैं और उम्‍मीद है कि शुल्क संबंधी समस्या 8-10 सप्‍ताह में सुलझ जाएगी.

गौरतलब है कि मंगलवार को अमेरिकी प्रतिनिधियों और भारत के प्रतिनिधियों के बीच दिल्‍ली में व्‍यापार वार्ता हुई थी. करीब 7 घंटे तक चली बातचीत में दोनों देशों के बीच साकारात्‍मक बातचीत रही. हालांकि ये बैठक अधिकारिक नहीं थी, लेकिन इस बैठक के बाद उम्‍मीद जताई गई है कि दोनों देश के बीच जल्‍द ही ट्रेड डील हो सकती है. 

सबसे ज्‍यादा प्रभावित थे ये सेक्‍टर्स 
अभी अमेरिका को भारत के निर्यात का करीब 55 फीसदी हिस्‍सा हाई टैरिफ के तहत आता है. सबसे ज्‍यादा प्रभावित सेक्‍टर्स में कपड़ा, रसायन, समुद्री भोजन, जेम्‍स एंड ज्‍वेलरी और मशीनरी शामिल हैं. अगस्‍त में अमेरिका का निर्यात घटकर  6.87 अरब डॉलर रह गया, जो 10 महीने का सबसे निचला स्तर है. 

अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्‍सपोर्ट मार्केट
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार बना हुआ है, जहां से कुल निर्यात का 20% हिस्सा आता है. वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) में, भारत ने अमेरिका को 86.51 अरब डॉलर का माल निर्यात किया और 40.82 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष बनाए रखा. दंडात्मक टैरिफ को वापस लेने से भारतीय निर्यातकों को बड़ी राहत मिलेगी और कई महीनों के आर्थिक तनाव के बाद द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में फिर सुधार होगा. 

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