उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद इलाके के अर्थला मोहल्ले में एक साधारण शाम की शुरुआत हुई, जो जल्द ही एक दर्दनाक बन गई. सात साल की मासूम रिया (बदला हुआ नाम) अपनी मां के साथ घर के बाहर खेल रही थी. तभी, इलाके में केले बेचने वाला मुस्लिम युवक नौशाद आया. उसकी टोकरी में चमचमाते पीले केले थे, लेकिन उसके मन में कुछ और ही काला अंधेरा छिपा था. रिया ने कुछ केले मांगे, लेकिन नौशाद ने उसे अकेले बुलाया. बच्ची निर्दोष भाव से उसके पास गई, और यहीं से शर्मनाक हरकत की शुरुआत हुई.
गलत हरकत कर रहा था
सीसीटीवी कैमरे ने सब कुछ कैद कर लिया. फुटेज में साफ दिख रहा था कि नौशाद रिया का पैर चूम रहा था, उसे गलत तरीके से छू रहा था. उसकी आंखों में एक विकृत लालसा झलक रही थी. रिया डर गई, लेकिन छोटी उम्र में उसे समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है. वह चुपचाप घर लौट आई, लेकिन उसके चेहरे पर एक अनजाना भय मंडरा रहा था. तभी, पड़ोस की एक महिला ने कुछ संदिग्ध देख लिया. उसने रिया की मां को बताया, और घर में हड़कंप मच गया.
परिवार ने तुरंत आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. स्क्रीन पर नौशाद की काली करतूत साफ नजर आ रही थी. गुस्से और दर्द से भरा परिवार आरोपी को तलाशने लगा, लेकिन वह तब तक फरार हो चुका था. रातें कटने लगीं, रिया के सपनों में वह भयानक चेहरा घूमने लगा. बच्ची चुपचाप कोने में सिमट जाती, आंसू बहाती. पिता का दिल टूट गया. उन्होंने कहा, मेरी बेटी इतनी छोटी है, वह तो कुछ समझ भी नहीं पाती. ये जानवरों जैसी हरकत कैसे कर देते हैं?
21 सितंबर को नौशाद दोबारा केले बेचने आया
दिन बीतते गए. 21 सितंबर को नौशाद दोबारा इलाके में केले बेचने आया. बाजार में चहल-पहल थी, लेकिन जैसे ही लोग उसे पहचाने, आग बबूला हो गए. पब्लिक और हिंदू संगठनों के लोग इकट्ठा हो गए. ‘ये हैवान है.’ चिल्लाते हुए उन्होंने नौशाद को पकड़ लिया. सड़क पर जमकर पिटाई हुई. लोग गुस्से से कांप रहे थे, महिलाएं रो रही थीं. नौशाद चीखा, मांगा, लेकिन किसी ने दया नहीं दिखाई. आखिरकार, उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.
थाना साहिबाबाद पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर नौशाद के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इलाके में सन्नाटा छा गया. रिया अब भी डरती है, लेकिन परिवार का साथ उसे ताकत दे रहा है.
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