बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में शिक्षक अभ्यर्थी से लेकर अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवा चुनाव से पहले परीक्षा और बहाली की प्रक्रिया शुरू करवाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने लगे हैं. इसी कड़ी में शिक्षक अभ्यर्थियों ने अचार संहिता लागू होने से पहले टीआरई-4 का विज्ञापन प्रकाशित यानी नोटिफिकेशन की मांग की है और इसको लेकर अभ्यर्थी एक बार फिर से सड़कों पर उतर गए हैं.
बिहार की राजधनी पटना स्थित पटना कॉलेज से शुक्रवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने एक बड़ा जुलूस निकाला गया. सैकड़ों युवक-युवतियों के हाथ में तख्तियां और बैनर थे, जिसमें लिखा – जल्द से जल्द टीआरई-4 का विज्ञापन निकालो, अचार संहिता से पहले टीआरई-4 का विज्ञापन प्रकाशित हो, 1 लाख 20 हजार से अधिक सीटों के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा का विज्ञापन जारी हो.
राज्य में बीपीएससी की ओर से शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की जाती है. अभी सूबे में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अगर चुनाव के नोटिफिकेशन से पहले शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर विज्ञापन नहीं निकाला जाता है तो परीक्षा अगले दो महीने तक के लिए टल जाएगी. क्योंकि आचार संहिता लागू होने के बाद परीक्षा का विज्ञापन नहीं निकल पाएगा.
पटना कॉलेज से शुरू हुआ आंदोलन
आचार संहिता से पहले TRE-4 का विज्ञापन प्रकाशित करने की मांग को लेकर ही शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना कॉलेज से बड़ा जुलूस निकाला. इसमें सूबे के अलग-अलग जिलों से आए हजारों शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हुए. हाथों में तख्तियां और बैनर लिए शिक्षक अभ्यर्थी 1 लाख 20 हजार सीटों के लिए टीआरई-4 परीक्षा आयोजित कराने की मांग की है.
BPSC की ओर से आयोजित की जानी वाली TRE-4 का विज्ञापन अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है. कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो जाए. इससे पहले बहाली का विज्ञापन प्रकाशित करने की मांग की जा रही है. ताकि, यह प्रक्रिया लंबे समय के लिए फिर से न अटक जाए.
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