एमएलसी और राजा भैया के भाई अक्षय प्रताप सिंह और भानवी सिंह आमने-सामने आ गए हैं. दरअसल, कुछ दिन पहले राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने पीएमओ को पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि राजा भैया के पास सामूहिक नरसंहार जैसी वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल हो सकने वाले खतरनाक अवैध हथियार हैं. इस शिकायत के बाद अक्षय प्रताप सिंह ने पलटवार किया है.
उन्होंने कहा, ‘भानवी सिंह के सारे आरोप बेबुनियाद हैं. दशहरे पर हमारे यहां हथियारों का प्रदर्शन होता है, जिसे कोई भी आकर देख सकता है. जिन हथियारों की वह तस्वीरें दे रही हैं, वे एडिटेड हैं. जांच होनी चाहिए कि ये फोटो उनके पास आई कहां से. जब वह पिछले 10 सालों से अलग रह रही हैं तो ये तस्वीरें आईं कैसे?’
‘ऑडियो रिकॉर्डिंग की बात को तूल दिया जा रहा’
अक्षय प्रताप ने यह भी कहा कि ऑडियो रिकॉर्डिंग की बात को जरूरत से ज्यादा तूल दिया जा रहा है. आवेश में आकर कोई भी कुछ कह सकता है, इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने धमकी के आरोपों को भी खारिज किया और कहा कि यह सब ‘मनगढ़ंत कहानी’ है.
अक्षय प्रताप के आरोपों पर भानवी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जवाब दिया. उन्होंने एक ऑडियो और तीन तस्वीरें सार्वजनिक करते हुए लिखा कि वर्षों तक उन्होंने चुप रहकर परिवार की इज्जत बचाने की कोशिश की, लेकिन अब उन्हें मजबूरन सच्चाई सामने लानी पड़ रही है.
भानवी सिंह ने की सीबीआई जांच की मांग
भानवी सिंह ने कहा, ‘अक्षय प्रताप ने मीडिया इंटरव्यू में मुझे पागल कहा. यह आखिरी चोट थी, जिसने मुझे सच उजागर करने के लिए मजबूर कर दिया. मैं केवल निष्पक्ष जांच चाहती हूं. नई आपराधिक न्याय संहिता में फोरेंसिक जांच की व्यवस्था है, पंद्रह दिन में रिपोर्ट आ जाएगी. अगर यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है तो सीबीआई जांच करा ली जाए.’
सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
भानवी सिंह ने अपनी और अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने आरोप लगाया कि अक्षय प्रताप जानबूझकर मीडिया के सामने उनके दिल्ली स्थित घर का जिक्र कर रहे हैं, जिससे उन्हें आशंका है कि ‘उनके गुर्गे’ कोई आपराधिक वारदात कर सकते हैं. भानवी सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और उन्हें तथा उनके बच्चों को सुरक्षा दी जाए.
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