उत्तर प्रदेश बहराइच ज़िले के कैसरगंज और महसी तहसीलों के एक दर्जन गांवों में भेड़ियों के कथित हमलों की लहर ने दहशत फैला दी है. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि पिछले 20 दिनों में 11 हमलों में दो बच्चियों की मौत हो गई है. साथ ही नौ लोग घायल भी हुए हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने जानवरों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस, वन अधिकारियों और अन्य राज्यों के विशेषज्ञों सहित 100 से ज़्यादा कर्मियों को तैनात किया है.
देवीपाटन मंडल की वन संरक्षक डॉ. सिमरन एम ने कहा, “एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और टीमें थर्मल ड्रोन, नाइट-विज़न कैमरे और कैमरा ट्रैप का इस्तेमाल कर रही हैं.” इस बीच, ग्रामीणों ने लाठियों के सहारे गश्त शुरू कर दी है।
दरअसल, 9 सितंबर को ज्योति नाम की एक चार साल की बच्ची को कथित तौर पर एक भेड़िया उठा ले गया और अगली सुबह उसकी लाश मिली. फिर 11 सितंबर को तीन महीने की एक बच्ची, संध्या, को उसकी मां की गोद से छीन लिया गया और बाद में उसे गंभीर चोटों के साथ पाया गया.
उधर, वन विभाग ने ड्रोन के ज़रिए दो भेड़ियों पर नज़र रखने की पुष्टि की है, लेकिन किसी को भी नहीं पकड़ा है. इस साल की घटनाएं पिछले साल हुए हमलों की एक जैसी ही सिरीज की याद दिलाती हैं, जब भेड़ियों के एक झुंड ने इसी क्षेत्र में नौ लोगों को मार डाला था और दर्जनों को घायल कर दिया था. तब सरकार ने इस क्षेत्र को “वन्यजीव आपदा-प्रवण क्षेत्र” घोषित किया था और जानवरों को पकड़ने के लिए “ऑपरेशन वुल्फ” शुरू किया था.
—- समाप्त —-