Delhi University Student Election 2025: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) 2025 चुनाव का आयोजन गुरुवार, 18 सितंबर को हुआ. इस चुनाव में कुल 52 मतदान केन्द्रों पर बने 195 पोलिंग बूथों पर विद्यार्थियों ने वोट डाले. सुबह के 36 कॉलेजों और विभागों के सात मतदान केन्द्रों तथा दक्षिणी परिसर में बने मतदान केंद्र पर सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर बाद एक बजे तक वोट डाले गए जबकि शाम के आठ कॉलेजों में दोपहर बाद तीन बजे से मतदान शुरू हुआ.
डूसू चुनाव के मुख्य अधिकारी प्रो. राज किशोर शर्मा ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण रहा. सभी मतदान केंद्रों पर ऑब्जर्वर लगातार निरीक्षण करते रहे. मतदान के बाद ईवीएम को विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित मल्टीपर्पज हाल में बने स्ट्रांग रूम में रखा गया है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरा सहित सभी तरह की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से कर ली गई हैं. मतगणना के लिए मल्टीपर्पज हॉल के बेसमेंट में पूरी तैयारी कर ली गई है. मतगणना 19 सितंबर, 2025 को होगी.
कल होगी वोटों की काउंटिंग
दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव 2025 के लिए पहले चरण की वोटिंग 3 बजे तक पूरी हो चुकी थी. शाम 7:30 बजे तक दूसरे चरण की वोटिंग का समय था. इसके बाद मतगणना कल यानी 19 सितंबर को होगी. उम्मीद है कि नतीजे भी कल ही घोषित किए जाएंगे. छात्र चुनावों में चार पदों के लिए 21 उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है. छात्रों द्वारा आज वोटिंग अध्यक्ष उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव पदों के लिए वोटिंग प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. देखना होगा कि इस बार चुनावों में कौन-सा छात्र संघ बाजी मारती है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि डीयू छात्र संघ चुनाव (DUSU Elections) में लिंगदोह कमेटी (Lyngdoh Committee) के नियमों का पालन किया जाए. लेकिन यूनिवर्सिटी से एक वीडियो सामने आ रहा है जिसमें छात्र नियमों का पालन नहीं करते दिख रहे हैं. यूनिवर्सिटी में ढोल-नगाड़े, पोस्टर-बैनर, पैसे का ज़्यादा इस्तेमाल को कम करने को कहा गया था. वीडियो में सड़कों पर ढोल-नगाड़ों, पोस्टरों और बैनरों से ज़बरदस्त प्रचार साफ दिखाई दे रही है.
वोटिंग के दौरान धांधली का आरोप
एनएसयूआई की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार जोसलिन नंदिता चौधरी ने हंसराज और किरोड़ीमल कॉलेजों सहित कई कॉलेजों में ईवीएम मशीनों में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए “खुलेआम वोट चोरी” का आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदान केंद्रों के बाहर उनके समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है. इन आरोपों ने निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मौजूदा चुनावों के दौरान कड़ी निगरानी की मांग की है. इसके अलावा एनएसयूआई (NSUI) ने एबीवीपी (ABVP) पर ईवीएम में हेराफेरी का गंभीर आरोप लगाया है. उनका दावा है कि कुछ कॉलेजों में एबीवीपी उम्मीदवारों के नामों के सामने ईवीएम पर नीली स्याही के निशान पाए गए, जिससे मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की गई.
इन स्टूडेंट यूनियन के उम्मीदवार मैदान में हैं:
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP),
- कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI)
- वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI)
- ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA)
- आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (ASAP)
अध्यक्ष पद के लिए इन उम्मीदवारों का आमना-सामना:
- अंजलि
- अनुज कुमार
- आर्यन मान
- दिव्यांशु सिंह यादव
- जोसलीन नंदिता चौधरी
- राहुल कुमार
- उमांशी
- योगेश मीना
- अभिषेक कुमार
- जोसलिन नंदिता चौधरी
अध्यक्ष पद पर 9 उम्मीदवार
इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद से 9 उम्मीदवार मैदान में हैं. उम्मीदवारों में अंजलि, अनुज कुमार, आर्यन मान, दिव्यांशु सिंह यादव, जोसलीन नंदिता चौधरी, राहुल कुमार, उमांशी, योगेश मीना और अभिषेक कुमार के नाम शामिल हैं. जोसलिन नंदिता चौधरी NSUI से हैं और बौद्ध अध्ययन में ग्रेजुएशन कर रही है. वहीं, अंजलि लेफ्ट द्वारा समर्थित एसएफआई आइसा से हैं. अंजलि इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय की छात्रा हैं. आर्यन मान आरएसएस समर्थित एबीवीपी से हैं, जो कि एमए लाइब्रेरी साइंस के छात्र हैं.
चुनाव में इन मुद्दों पर किया गया प्रचार
छात्रावास की कमी, बढ़ती फीस, महिला सुरक्षा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की चुनौतियां. जबकि एबीवीपी और एनएसयूआई प्राथमिक दावेदार बने हुए हैं, निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी नए दृष्टिकोण जोड़े हैं, जिससे चुनावी बहस अधिक विविध और छात्र निकाय का प्रतिनिधित्व करती है. चुनाव के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए, दिल्ली पुलिस ने पूरे परिसर में अतिरिक्त बल तैनात किया है, सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और अपने कर्मियों को 160 बॉडी-वॉर्न कैमरे जारी किए हैं. काले शीशे वाले या बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों की जांच की जा रही है.
महिला उम्मीदवार आगे2025 के चुनावों में महिला दावेदारों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है. बौद्ध अध्ययन विभाग ने अध्यक्ष पद के लिए तीन उम्मीदवार उतारे हैं. हिंदू कॉलेज, भगिनी निवेदिता कॉलेज और समाज कार्य विभाग की उम्मीदवार भी सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए मैदान में हैं, जो डीयू की छात्र राजनीति में लैंगिक समावेशिता की ओर एक बदलाव का संकेत है.
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