UPI और डिजिटल पमेंट की सुविधा देने वाले ऐप MobiKwik में एक टेक्निकल गड़बड़ी के चलते सिर्फ दो दिन में 40 करोड़ रुपये उड़ा लिए. ये ट्रांसफर UPI के जरिए किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटना 11 -12 सितंबर को हुई.
इस घटना के बाद कंपनी के अंदर अफरा तफरी मच गई. जब मामले की जांच हुई तो उसके बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया. ये गिरफ्तारी हरियाणा राज्य के जिले नूंह और पलवल से हुई हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों के बैंक अकाउंट से चोरी किए गए 9 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं.
सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद शुरू हुई प्रॉब्लम
टेक्निकल प्रॉब्लम की शुरुआत हाल ही में जारी किए गए सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद शुरू हुई है. जांचकर्ताओं का मानाना है कि इस गलत अपडेट की वजह से सिक्योरिटी चेक को डिसेबल कर दिया गया.
UPI पिन के बाद भी बैंक खाते से निकाले रुपये
अपडेट के बाद ऐप के अंदर एक खामी सामने आई और ठगों ने इस खामी का इस्तेमाल करके कई लोगों के खातों से रुपये उड़ा लिए हैं. जिनके MobiKwik वॉलेट में कम बैलेंस था या फिर गलत UPI पिन एंटर करके भी उड़ा लिए गए.
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8 करोड़ रुपये किए गए फ्रीज
पुलिस जांच में पता चला कि अथॉरिटीज ने 8 करोड़ रुपये को फ्रीज कर दिया है, जो अलग-अलग बैंक अकाउंट ने निकाले गए थे.
पुलिस ने लोगों से की अपील
नूंह जिले में रहने वाले लोगों से पुलिस ने अपील की है कि इस टाइम पीरियड के दौरान जिन लोगों के बैंक अकाउंट से MobiKwik ऐप के जरिए ट्रांजैक्शन हुई हैं, वे लोग SP ऑफिस आकर कंप्लेंट दर्ज कराएं.
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बचाव के लिए क्या करें?
UPI के जरिए होने वाले किसी भी साइबर ठगी से बचाव के लिए जरूरी है कि आप एक से ज्यादा बैंक अकाउंट को यूपीआई ऐप से लिंक ना करें.
सावधानी के लिए जिन बैंक खाते में कम रुपये होते हैं उनको ही UPI ऐप से लिंक करके रखें. दरअसल, भारत में बहुत से लोगों के पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होते हैं.
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