उत्तर प्रदेश में बलरामपुर के बाद शाहजहांपुर में धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया गया है. यहां के सिधौली इलाके में बीमारियों के इलाज और पैसों का लालच देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करते हुए हरजीत और सुनीता मसीह नामक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है. दोनों लंबे समय से लोगों को जाल में फंसाकर उनको ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसा रहे थे.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान आरोपी पति-पत्नी के पास से बड़ी मात्रा में धार्मिक साहित्य भी बरामद हुआ है. यह साहित्य लोगों को प्रभावित करने और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करने के काम आता था. पुलिस को विभिन्न ट्रस्टों से मिले आर्थिक सहयोग के सबूत हाथ लगे हैं. इस पूरे नेटवर्क की गतिविधियों की जांच के लिए एक एसआईटी गठित कर दी गई है.
एसपी ने कहा कि एसआईटी इस रैकेट को मिलने वाले पैसों के स्रोत की पड़ताल करेगी. इसके साथ यह भी देखेगी कि आरोपी कितने समय से सक्रिय हैं और किन-किन इलाकों में लोगों को टारगेट करते रहे थे. एसआईटी जांच की प्रगति की हर हफ्ते समीक्षा की जाएगी. इसका नेतृत्व एक सर्किल ऑफिसर करेंगे. इसमें स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, निगरानी सेल, साइबर सेल और संबंधित थानों के जांच अधिकारी शामिल होंगे.
पुलिस ने दोनों आरोपियों हरजीत और सुनीता मसीह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं और उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन (संशोधन) विधेयक, 2024 के तहत केस दर्ज कर लिया है. उनको अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है. इससे पहले भी शाहजहांपुर जिले में धर्मांतरण के कई मामले सामने आ चुके हैं. इनकी जांच अभी भी चल रही है.
इसी महीने की शुरुआत में जिले के सिधौली थाना क्षेत्र में दो और निगोही थाना क्षेत्र में एक मामला दर्ज किया गया था. इन मामलों में भी आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. इन घटनाओं ने पुलिस को चौकन्ना कर दिया था. अब हालिया गिरफ्तारी के बाद इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट हो चुका है. एसआईटी जांच की रिपोर्ट का इंतजार है.
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