0

US ने जापान में तैनात की टायफून मिसाइल तो भड़का चीन, कहा- इससे बढ़ेगी हथियारों की होड़ – China got angry over US deployed Typhoon missile in Japan said this increase arms race in the region ntc


चीन ने मंगलवार को अमेरिका से जापान में तैनात मध्यम दूरी के टायफून मिसाइल सिस्टम को तत्काल हटाने की मांग की है. चीन का कहना है कि यह मिसाइल सिस्टम क्षेत्रीय सामरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है और क्षेत्र में हथियारों की होड़ को बढ़ावा दे सकती है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने बीजिंग में एक प्रेस वार्ता में कहा कि अमेरिका और जापान ने चीन की गंभीर चिंताओं को नजरअंदाज करते हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास के बहाने जापान में टायफून मिसाइल सिस्टम तैनात किया है. 

लिन ने इस कदम की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा, ‘चीन इस कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करता है. अमेरिका का यह कदम न केवल अन्य देशों के वैध सुरक्षा हितों को कमजोर करता है, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर सैन्य टकराव और हथियारों की होड़ के जोखिम को भी बढ़ाता है. यह क्षेत्रीय सामरिक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा है.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका और जापान को क्षेत्र के देशों की सुरक्षा चिंताओं का सम्मान करना चाहिए और शांति व स्थिरता के लिए सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए.

यह भी पढ़ें: न समुद्री लुटेरे बचेंगे, न पाक-चीन की पनडुब्बियां… छह P-8I जासूसी विमानों की हो रही डील डन

फिलीपींस में टायफून मिसाइल सिस्टम तैनात

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मांग की, ‘हम अमेरिका और जापान से क्षेत्रीय देशों की आवाज सुनने, अपने गलत कदम को सुधारने और टायफून मिसाइल सिस्टम को जल्द से जल्द हटाने का आग्रह करते हैं.’ इससे पहले, चीन ने फिलीपींस में टायफून सिस्टम की तैनाती का भी विरोध किया था, जहां दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद के कारण मनीला के साथ उसका तनाव चल रहा है. बता दें कि फिलीपींस ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइलें खरीदी हैं, जिसे लेकर भी चीन ने आपत्ति जताई थी.

चीन ने चेतावनी दी कि इस तरह के कदम क्षेत्रीय शांति को अस्थिर कर सकते हैं. लिन ने कहा कि अमेरिका और जापान को अपने कार्यों के परिणामों पर विचार करना चाहिए और क्षेत्रीय स्थिरता को प्राथमिकता देनी चाहिए. यह मांग ऐसे समय में आई है जब एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक तनाव पहले से ही बढ़ा हुआ है. Resolute Dragon 2025 नाम के एक युद्धाभ्यास के दौरान टायफून मिसाइल सिस्टम की तैनाती की गई है, जिसमें 20,000 जापानी और अमेरिकी सैनिक शामिल हुए थे.

यह भी पढ़ें: PAK के राष्ट्रपति जरदारी ने चीन के जेट फैक्ट्री का किया दौरा, रक्षा सहयोग को और मजबूत करने का दिया भरोसा

टायफून मिसाइल सिस्टम कैसे करता है काम?

टायफून मिसाइल सिस्टम (Typhon Missile System) अमेरिकी सेना का एक मॉडर्न ग्राउंड लॉन्चर बेस्ड मध्यम दूरी वाली मिसाइल प्रणाली है. इसे पहले मिडरेंज कैपेबिलिटी सिस्टम (MCS) के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसे स्ट्रैटेजिक मिड-रेंज फायर्स सिस्टम (SMRF) कहा जाता है. यह अमेरिकी सेना के लॉन्ग रेंज प्रिसिजन फायर्स प्रोग्राम का हिस्सा है, जो दुश्मन के हाई-वैल्यू टारगेट जैसे एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड सेंटर, मिसाइल लॉन्चर और समुद्री जहाजों को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. 

टायफून मिसाइल सिस्टम, टॉमहॉक क्रूज मिसाइल (1,600 किमी रेंज) और SM-6 इंटरसेप्टर्स दाग सकता है. जापान में टायफून मिसाइल सिस्टम की तैनाती से चीन के पूर्वी समुद्रतटीय इलाके और रूस के कुछ हिस्से भी इसकी मारक क्षमता के जद में आ गए हैं. अमेरिका इसे अपनी फर्स्ट आइलैंड चेन स्ट्रैटजी का हिस्सा मानता है, जिसके तहत जापान, फिलीपींस और अन्य बेसों के जरिए चीन की नौसैनिक और वायु शक्ति को सीमित करने की कोशिश की जाती है.

—- समाप्त —-