उत्तर प्रदेश के चंदौली में रविवार देर शाम जीवित्पुत्रिका व्रत के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया. कंदवा थाना क्षेत्र के चारी गांव में महिलाएं कर्मनाशा नदी किनारे व्रत की पूजा कर रही थीं, तभी दो मासूम बच्चे नदी में नहाते समय गहरे पानी में बह गए. घटना से पूरे गांव में अफरा-तफरी और मातम का माहौल है.
जानकारी के अनुसार, गांव की महिलाएं रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत की पूजा के लिए नदी किनारे पहुंची थीं. इसी दौरान 16 वर्षीय पीयूष और 10 वर्षीय हिमांशु नदी में नहाने लगे. लेकिन गहराई का अंदाजा न होने के कारण दोनों बच्चे अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे. महिलाएं पूजा में व्यस्त थीं, इसलिए किसी की नजर बच्चों की तरफ नहीं गई.
यह भी पढ़ें: चंदौली में जिम संचालक की गोली मारकर हत्या, बाइक से आए बदमाशों ने मारी गोली
शाम को जब महिलाएं पूजा खत्म कर घर लौटीं तो पता चला कि बच्चे घर नहीं पहुंचे हैं. घबराकर लोग नदी किनारे पहुंचे तो वहां बच्चों के कपड़े पड़े मिले. इसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया और नदी किनारे भीड़ जुट गई. ग्रामीणों ने रातभर बच्चों को खोजने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली. सोमवार सुबह एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
घंटों की मशक्कत के बाद घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर 10 वर्षीय हिमांशु का शव बरामद किया गया. वहीं, 16 वर्षीय पीयूष की तलाश अभी भी जारी है. बच्चे के परिवारजन और गांव के लोग नदी किनारे बेसुध हालत में रोते-बिलखते नजर आए. वहीं, महिलाओं का कहना है कि जिस बच्चे के लिए ब्रत रखा, उसकी ही नदी में डुबने से मौत हो गई.
ग्राम प्रधान अरविंद कुमार यादव ने बताया कि महिलाएं पूजा करने गई थीं, तभी यह हादसा हुआ. बच्चों के घर न लौटने पर जब लोग चिंतित होकर नदी किनारे पहुंचे तो कपड़े देखकर घटना का अंदेशा हुआ. देर रात ग्रामीणों ने भी खोजबीन की, लेकिन नाकामी हाथ लगी. फिलहाल एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. जिस दिन बच्चों की लंबी उम्र की दुआ की गई, उसी दिन यह हादसा पूरे परिवार के लिए गहरा सदमा बन गया.
—- समाप्त —-